सोनौली बॉर्डर से नहीं मिल रहा भारतीयों को नेपाल में प्रवेश

महराजगंज। भारत-नेपाल के सोनौली बॉर्डर से भारतीयों के नेपाल में प्रवेश पर प्रतिबंध जारी है। भारतीय नागरिक प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक नेपाल में प्रवेश के नाम पर धक्के खा रहे हैं, और ठगी के शिकार भी हो रहे हैं। खबरों के मुताबिक पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर भारत नेपाल का

महराजगंज। भारत-नेपाल के सोनौली बॉर्डर से भारतीयों के नेपाल में प्रवेश पर प्रतिबंध जारी है। भारतीय नागरिक प्रतिदिन सुबह से लेकर शाम तक नेपाल में प्रवेश के नाम पर धक्के खा रहे हैं, और ठगी के शिकार भी हो रहे हैं। खबरों के मुताबिक पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर भारत नेपाल का सोनौली बॉर्डर यात्रियों के आवागमन के लिए पिछले 7 महीने से सील है। ऐसे में कभी नेपाली प्रशासन उदारता बरतता है तो कुछ भारतीय नेपाल के भैरहवा आंख के अस्पताल तक चले जाते हैं।

वहीं अगर नेपाली प्रशासन उदारता नहीं बरता तो सुबह से शाम तक दूरदराज से आने वाले भारतीय नागरिक बॉर्डर पर धक्के खाते फिरते हैं। इनके परेशानियों को देखते हुए भारतीय पुलिस और एसएसबी नेपाली प्रशासन से सिफारिश कर इन्हें नेपाल भिजवाने की व्यवस्था करते हैं। ऐसे में कुछ सरहद के दोनों तरफ बैठे कुछ दलाल किस्म के लोग इसका फायदा लेते हुए उन्हें इस पार से उस पार कराने के नाम पर उनसे ठगी भी करते हैं।जहां एक तरफ भारत सरकार ने नेपाल के नागरिकों को नेपाली नागरिकता पर प्रवेश की अनुमति दे दी है, वही नेपाली प्रशासन भारतीयों को प्रवेश में किसी तरह की कोई छूट नहीं दे रही है।

वहीं उदारता के नाम पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आने वाले आंख के रोगी को भैरहवां तक जाने के लिए कभी कभार छूट मिल जाती हैं। नेपाल में भारतीय प्रवेश के प्रतिबंध को लेकर नेपाली नागरिकों में आक्रोश पनपने लगा है, जो कभी भी फूट सकता है। नेपाल भारत मैत्री संघ शाखा बेलहिया के अध्यक्ष श्रीचंद गुप्ता ने कहा कि नेपाल सरकार को बॉर्डर खोल देनी चाहिए, ताकि पर्यटन क्षेत्रों में फिर से चहल पहल हो सके।

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