राशन वितरण में धांधली को लेकर दलितों ने डीएम को पत्रक सौंप लगाई न्याय की गुहार ।

राशन वितरण में धांधली को लेकर दलितों ने डीएम को पत्रक सौंप लगाई न्याय की गुहार । उमेश दुबे (रिपोर्टर ) ज्ञानपुर, भदोही । तहसील क्षेत्र औराई चकनिरंजन गांव के गरीबों, दलितों के राशन वितरण में अनियमितता बरती जा रही है। कोटेदार द्वारा अंत्योदय व पात्र गृहस्थी लाभार्थियों को डाटा लगातार बदलता रहता है। आए

राशन वितरण में धांधली को लेकर दलितों ने डीएम को पत्रक सौंप लगाई न्याय की गुहार ।

उमेश दुबे (रिपोर्टर )

ज्ञानपुर, भदोही ।

तहसील क्षेत्र औराई चकनिरंजन गांव के गरीबों, दलितों के राशन वितरण में अनियमितता बरती जा रही है। कोटेदार द्वारा अंत्योदय व पात्र गृहस्थी लाभार्थियों को डाटा लगातार बदलता रहता है। आए दिन तहसील प्रशासन से लगायत जिला प्रशासन तक शिकायतों का दौर भी चलता है परंतु कोई कार्रवाई नहीं होती। इसका आलम यह है कि लगातार गांवों में शिकायतों का दौर बढ़ता ही जा रहा है।

ग्रामीणों में इस मामले को लेकर भारी आक्रोश भी है। तहसील क्षेत्र के चकनिरंजन गांव में राशन वितरण में कोटेदार द्वारा मनमानी किए जाने के विरुद्ध ग्रामीणों में आक्रोश फैलने लगा है। कोटेदार पर गंभीर आरोप लगाते हुए गांव की ग्रामीण महिलाओं ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर जिलाधिकारी को शिकायती पत्रक देकर जांच कराकर दुकान निरस्त करने की मांग की है।

जिलाधिकारी को सौपे गये शिकायती-पत्र के माध्यम से शिकायतकत्री महिलाओं में सुषमा देवी  पति मुकेश कुमार, संजू देवी  पत्नी परमात्मा ,संध्या देवी पत्नी जवाहिर,  शिवमति  पत्नी ताड़कनाथ, बसंती हरिजन पत्नी देवीदयाल ,मिश्री देवी पत्नी भगवती, सुमित्रा देवी पत्नी राजमणि, उषा देवी पत्नी पारसनाथ गौतम,  सीता देवी पत्नी जगदंबा , दुर्गावती देवी पत्नी मेवालाल, सुशीला देवी पत्नी गोविंद आदि ने दिए गये शिकायती पत्रक में आरोप लगाया है

कि पिछले कई माह से कोटेदार द्वारा अंत्योदय व पात्र गृहस्थी के राशन वितरण में अनियमितता बरती जा रहा है। निर्धारित दर से अधिक कीमत लेने के बावजूद कोटेदार द्वारा गेहूं व चावल की मात्रा लाभार्थियों को कम दिया जाता है। इतना ही नहीं अगर कोई ग्रामीण इसका विरोध करता है, तो कोटेदार पात्रता सूची से उसका नाम उड़वा देने की धमकी के साथ-साथ बिना राशन दिये भगा देता है।

ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई बार इसकी शिकायत प्रशासन से की गई लेकिन हर बार जांच की रस्म अदायगी करके मामले को दबा दिया जाता है। इससे कोटेदार का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है। शिकायती पत्र देने वाली महिलाओं में श्रीमती सुमित्रा, सीता, मंजू ,दुर्गावती ,सुषमा, सुशीला ,बसंती, उषा, संध्या, महेश्वरी आदि मौजूद रहीं।

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