कुशीनगर: लैंगिक समानता घरेलू हिंसा तथा दहेज कानून की थीम पर हुआ कार्यक्रम

स्वतंत्र प्रभात नारी की शिक्षा ,स्वास्थ्य, सुरक्षा के प्रति संवेदनशील है सरकार◆ बेटियों को शिक्षित कराना है कन्या भ्रूण हत्या को रोकना है ब्यूरो रिपोर्ट-प्रमोद रौनियार कुशीनगर,उप्रमुख्य विकास अधिकारी अन्न्पूर्णा गर्ग की अध्यक्षता में लैंगिक समानता घरेलू हिंसा तथा दहेज कानून के प्रति विकास भवन सभागार में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। उन्होंने कहा बेटियों

स्वतंत्र प्रभात

नारी की शिक्षा ,स्वास्थ्य, सुरक्षा के प्रति संवेदनशील है सरकार◆ बेटियों को शिक्षित कराना है कन्या भ्रूण हत्या को रोकना है

ब्यूरो रिपोर्ट-प्रमोद रौनियार

कुशीनगर,उप्र
मुख्य विकास अधिकारी अन्न्पूर्णा गर्ग की अध्यक्षता में लैंगिक समानता घरेलू हिंसा तथा दहेज कानून के प्रति विकास भवन सभागार में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

उन्होंने कहा बेटियों को मिशन शक्ति के प्रति जागरूक होना है अपनी आवाज को उठाना है अपनी आवाज को दबाना नहीं है अपने अधिकारों को जानना है बेटियां आज के समय में बेटों से कहीं कम नहीं है इसलिए बेटियां शिक्षित हो समझदार हो संस्कार बान बने और अच्छे परिवार का निर्माण करें ।

उन्होंने कहा बेटियां एक कुल को नहीं दो कुलों का निर्माण करती है बेटियां के रूप एक नहीं अनेकों रूप में होती है बेटियां इसलिए बेटियों का सम्मान करें उन्हें आगे बढ़ाएं।

असामाजिक तत्व अपनी सोच को परिवर्तित करें। उन्होंने कहा बेटियों को आत्मनिर्भर होना है बेटियों को अपनी चुप्पी तोड़ने की जरूरत है जिसके प्रति सरकार भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। जिसके लिए वर्तमान सरकार बेटियों के लिए उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए तत्परता से निरंतर कार्य कर रही है बेटियों के प्रति कोई भी भेदभाव नहीं होना चाहिए।

बाल संरक्षण इकाई वन स्टॉप सेंटर ,महिला शक्ति केंद्र , चाइल्ड लाइन एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों द्वार ग्राम सभाओं में स्वयमसहायता समूह/ किशोरी समूह के साथ अभिमुखी कार्यक्रम भी किया गया। जिला क्रीङागन में बालिका बॉक्सिंग, दौड़ प्रतियोगिता, आयोजित किया गया ,जिसमे प्रथम, द्वितीय,तृतीय स्थान पाने वाले बालिकाओं को मुख्य व8कास अधिकारी द्वारा प्रशस्ती पत्र व पुरस्कार वितरण किया गया

स्वास्थ्य विभागनारी की आशा बहुये,आंगनबाड़ी, पीसीपीएमडीटी एक्ट पर कार्यक्रम आयोजित कर लैंगिक समानता, भ्रूण हत्या रोकने सहित हिंसा की रोकथाम एवं पीड़ित को सामाजिक प्रतिष्ठा दिलाया जाना जैसे विषयों पर लोगों को जागरूक किया गया।

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