प्राकृतिक धरोहर की लूटपाट में लगे बालू माफियाओं के साथ खड़ा कुशीनगर प्रशासन

स्वतंत्र प्रभात बिहार में खनन यूपी में कारोबार बाह रे उप्र सरकार ब्यूरो रिपोर्ट-प्रमोद रौनियार कुशीनगर, उप्र।बेशक पिछड़े क्षेत्रों में पिछड़े लोगों का शिकार उन पर राज चलाने वाला ही मालिक होता है। जिनके मनमर्जी से आज जटहां बाजार क्षेत्र से भारी पैमाने पर बालू की तस्करी का कारोबार अपना पाव पसार लिया है। बाढ़

स्वतंत्र प्रभात

बिहार में खनन यूपी में कारोबार बाह रे उप्र सरकार

ब्यूरो रिपोर्ट-प्रमोद रौनियार

कुशीनगर, उप्र।
बेशक पिछड़े क्षेत्रों में पिछड़े लोगों का शिकार उन पर राज चलाने वाला ही मालिक होता है। जिनके मनमर्जी से आज जटहां बाजार क्षेत्र से भारी पैमाने पर बालू की तस्करी का कारोबार अपना पाव पसार लिया है।

प्राकृतिक धरोहर की लूटपाट में लगे बालू माफियाओं के साथ खड़ा कुशीनगर प्रशासन
बिहार में प्राकृतिक धरोहर को देखे कैसे की जा रही बालू माफियाओं के द्वारा चीरहरण

बाढ़ का सीजन समाप्त होते ही बालू माफियाओं का सीजन चालू हो गया है बालू माफियाओं के आशीर्वाद से खाकी वर्दी भी फूले नहीं समा रही है इतनी सोने की गुल्ली बालू उगल रही है।

आपको देखना है तो आकर जटहां बाजार में सड़को पर खाली ट्रकों और ट्रैक्टरों का रेला 3:00 बजे शाम से 7:00 बजे तक देख सकते हैं। ट्रक ट्रैक्टर चालको की स्पीड इतनी फास्ट है कि वह अपने खदान में पहुंचकर बालू की लोडिंग कराने की होड़ मची रहती है।

प्राकृतिक धरोहर की लूटपाट में लगे बालू माफियाओं के साथ खड़ा कुशीनगर प्रशासन
महराजगंज जिले की ट्रक जटहां बाजार से बिहार के खदान में जाती हुई

जबकि जटहां बाजार थाने के बगल से ही सभी गाड़ियां बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के थाना पिपरासी के रेता में हो रहे बालू खदान में पहुंचती हैं और 11:00 बजे रात से सुबह 4:00 बजे तक इनकी वापस होती है जो जटहां बाजार से होकर जनपद महाराजगंज गोरखपुर सिद्धार्थनगर के लिए निकलती है।

इन ट्रकों को गैर जनपदों में पहुंचने के बाद फ्री की बालू की फिट की कीमत में बेची जा रही है। जो ट्रक 3000 में बालू की लोडिंग होती है वही बालू बाजार में पहुंचकर 40 से ₹50 हजार में बेची जा रही है। वही जो ट्रैक्टर हजार रुपया में लोडिंग होती है वह ट्रैक्टर की कीमत 35 सौ से ₹4 हजार प्रति टाली हो जाती है।

सिल्ट सफाई के नाम पर माफिया करवाते है एक किसान के नाम पट्टा और इसके आड़ में सैकड़ो एकड़ खेती को कर रहे बर्बाद

इस तरह से 50-75 ट्रके सैकड़ो ट्रैक्टर किसान के नाम कराए गए पट्टा खेत से अवैध खनन का कारोबार बालू माफियाओं के लिए सोने के बिस्किट के समान साबित हो रही है।

जब इस विषय में खनन अधिकारी कुशीनगर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि खनन बिहार में हो रहा है इसलिए हम कुछ नहीं कर सकते जब यह पूछा गया कि बिहार में खनन और यूपी में कारोबार से सरकार को कितनी राजस्व की कमाई हो रही है तो खनन अधिकारी ने कहा की एक पैसा नहीं। फिर पूछा गया कि अवैध ओवरलोडिंग बालू की ट्रकों के चलते राज्य सड़क परिवहन की सड़कें टूट बिखर कर बर्बाद हो रही है तो ऐसे परिवहन से क्या लाभ तो उन्होंने कहा कि आप आरटीओ विभाग कुशीनगर से पूछिए या स्थानीय पुलिस से बताएं।

जब कुशीनगर आरटीओ संदीप कुमार से उपरोक्त प्रकरण को संज्ञान में डालते हुए ट्रकों की अवैध संचलन पर कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया की बातें हमारे संज्ञान में आई है निश्चित रूप से ओवरलोड के साथ अवैध रूप से चल रही गाड़ियों की जांच होगी और कार्रवाई भी होगी। फिलहाल उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस स्टेशन के थानेदार को भी सूचित करें।

जहां तक जटहां बाजार थाने के नाक के नीचे से बालू तस्करी का कारोबार फलीभूत हो रहा है और पुलिस दिन रात कितने ट्रक आई और गई आंखें खोल कर गिनने में लगी है तो यहां की पुलिस से किस तरह का सवाल किया जा सकता है और क्या जवाब मिलेगा उसकी कल्पना आप कर सकते हैं। इसलिए कि एक रात में 80 से ₹1लाख तक जहां पैसे की बरसात हो रही हो तो ऐसे जिम्मेदार क्या जवाब देंगे..?

अब रही बात जनपद के तेजतर्रार पुलिस कप्तान विनोद कुमार सिंह को चाहिए कि अपनी टास्क फोर्स लगवा कर रात में ट्रक और ट्रैक्टरों की तलाशी कराए जिससे बालू तस्करी के कारोबार का पर्दाफाश हो सके और सरकारी राजस्व की भी पूर्ति हो सके।जिससे बिहार में प्राकृतिक संपत्ति बालू भले लूटी जा रही हो उस पर लगाम लग सके।

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