मजलिस ए चेहलुम में छलका हुसैन ए ग़रीब पर ढा़ए गए ज़ुल्म का दर्द।
स्वतंत्र प्रभात।
प्रयागराज।
उतरांव (प्रयागराज ।)हुसैनी इमामबाड़े में स्व सै०वारिस हसन ज़ैदी के चालिसवें की मजलिस में करबला के मैदान मे तीन दिन के भूखे प्यासे शहीदे करबोबला हुसैन ए ग़रीब पर यज़ीदी सेना द्वारा ढाए गए ज़ुलमों सितम की दर्द भरी दास्ताँ सुन कर अक़ीदतमन्दों की आँखों से अशकों की धारा फूट पड़ी।इमामबाड़ा हुसैनी में चालिसवें की मजलिस को खिताब करते हुए लखनऊ के मौलाना आयतुल्ला सैय्यद हमीदुल हसन ने पैग़मबर ए इसलाम मोहम्मद साहब के नवासे हज़रत इमाम हुसैन की हिन्दुस्तान से मोहब्बत और अज़ीम क़ुरबानी का ज़िक्र किया।मजलिस से पूर्व सोज़ख्वान ऐजाज़ अहमद,इमरान अली व हसनैन अब्बास ने ग़मगीन सोज़ व सलाम पढ़ कर माहौल को ग़मज़दा बना दिया।मजलिस शुरु होने से पहले इमाम बाड़ा व आस पास के क्षेत्र को सैनिटाईज़ कर ही लोगों को सोशल डिस्टेन्सिंग के साथ मास्क लगाने के उपरान्त ही इमामबाड़े मे प्रवेश कराया गया।मजलिस में सै०खादिम अब्बास ज़ैदी सैय्यद,तनवीरुल हसन,मुन्ना प्रधान,क़मर अब्बास,आज़म अली मीसम,सै०मो०हैदर ज़ैदी,सै०हैदर हसन समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
प्रयागराज से दया शंकर त्रिपाठी की रिपोर्ट।
मजलिस ए चेहलुम में छलका हुसैन ए ग़रीब पर ढा़ए गए ज़ुल्म का दर्द
मजलिस ए चेहलुम में छलका हुसैन ए ग़रीब पर ढा़ए गए ज़ुल्म का दर्द।स्वतंत्र प्रभात।प्रयागराज।उतरांव (प्रयागराज ।)हुसैनी इमामबाड़े में स्व सै०वारिस हसन ज़ैदी के चालिसवें की मजलिस में करबला के मैदान मे तीन दिन के भूखे प्यासे शहीदे करबोबला हुसैन ए ग़रीब पर यज़ीदी सेना द्वारा ढाए गए ज़ुलमों सितम की दर्द भरी दास्ताँ सुन