मुसहर/दलित समुदाय के बच्चों की शिक्षा, खेल,डीबीटी हेतु ठोस प्रयास करे सरकार-अमरजीत ।

मुसहर/दलित समुदाय के बच्चों की शिक्षा, खेल,डीबीटी हेतु ठोस प्रयास करे सरकार-अमरजीत । संजय उपाध्याय (रिपोर्टर ) ज्ञानपुर, भदोही । वर्तमान समय में कोविड महामारी के चलते जहाँ मुसहर/दलि समुदाय के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे है, वहीं सरकार की ओर से भी कोई ठोस पहल शुरु नहीं की जा सकी है।ऐसे में बच्चों

मुसहर/दलित समुदाय के बच्चों की शिक्षा, खेल,डीबीटी हेतु ठोस प्रयास करे सरकार-अमरजीत ।

संजय उपाध्याय (रिपोर्टर )

ज्ञानपुर, भदोही ।

वर्तमान समय में कोविड महामारी के चलते जहाँ मुसहर/दलि समुदाय के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे है, वहीं सरकार की ओर से भी कोई ठोस पहल शुरु नहीं की जा सकी है।ऐसे में बच्चों के हितों के लिए बनाये गये बाल पंचायत समूह अग्रसर है।

गुरुवार को भेंट वार्ता के दौरान बाल पंचायत अधिकारी अमरजीत बनवासी व राजेश कुमार बनवासी ने संयुक्त रूप से बताया कि कोरोना महामारी के चलते विद्यालय बंद हो जाने के कारण मूसहर,दलित समुदाय के बच्चों के पास शिक्षा का एकमात्र सहारा सरकारी विद्यालयों से भी वे शिक्षा से वंचित हो रहा है।

वर्तमान में विद्यालयों की चल रही बंदी के चलते बच्चों को स्कूली शिक्षा, खेल और दोपहर का भोजन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है । मुसहर/ दलित समुदाय के बच्चों के पास मोबाइल फोन व कोई अन्य तकनीकी संरचनात्मक सहयोग की उपलब्धता न होने से ऑनलाइन शिक्षा से महरूम हैं। इस समुदाय के बच्चे और बच्चियों को किताबें तो मिल चुकी हैं ।

पर उनके विषयों पर प्रकाश डालने वाला और उन्हें समझाने वाला शिक्षक नहीं है। अन्य समाज के उच्चवर्गीय बच्चों की भांति दलित समुदाय के बच्चों को भी शिक्षा के लिए इस समुदाय को भी जोड़ने की जरूरत है । ताकि  बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत बैठा कर बैचवाइज, माईकिंग व्यवस्था कर उन्हें शिक्षा प्रदान की जाए ।

तथा उनको अन्य विद्यालयों द्वारा दी जाने वाली सरकारी सहायता जैसे मुफ्त राशन, किताबें ,डीवीटी  की सही समय व प्रभावी ढंग से क्रियाशील हो । तथा उन्हें डिजिटल संरचनात्मक सहयोग उपलब्ध हो।

सरकार द्वारा ग्राम बाल संरक्षण समिति /पंचायतों को निर्देश दिया जाए कि ग्राम स्तर पर माइग्रेशन रजिस्टर बनाया जाए और नाबालिग बच्चे अकेले या समूह में सफर न करें। यह जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों को दी जाए। बाल पंचायत मंच से 5 गांवों के 39 बच्चों ने सरकार से अपनी मांग करते हुए आवाज उठाई है।

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