निराश्रित/बेसहारा गोवंशों के संरक्षण के लिए हुई व्यवस्था

अमेठी। निराश्रित/बेसहारा गोवंश को संरक्षित करके उनके भरण पोषण व देखरेख हेतु मुख्यमंत्री उ0प्र0, द्वारा निराश्रित/बेसहारा गोवंश संरक्षण योजना लागू की गई है, इस योजना अंतर्गत जनपद अमेठी में पशुपालन विभाग द्वारा 2 करोड़ 40 लाख की लागत से दो वृहद गो-संरक्षण केंद्र एक नवादा व एक सरैया दुबान में निर्माण कराया गया है, इसके

अमेठी। निराश्रित/बेसहारा गोवंश को संरक्षित करके उनके भरण पोषण व देखरेख हेतु मुख्यमंत्री उ0प्र0, द्वारा निराश्रित/बेसहारा गोवंश संरक्षण योजना लागू की गई है, इस योजना अंतर्गत जनपद अमेठी में पशुपालन विभाग द्वारा 2 करोड़ 40 लाख की लागत से दो वृहद गो-संरक्षण केंद्र एक नवादा व एक सरैया दुबान में निर्माण कराया गया है, इसके साथ ही 135 लाख की लागत से 30 अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए  हैं, 13.50 लाख की लागत से 03 कांजी हाउस का निर्माण कराया गया है तथा 03.50 लाख की लागत से एक अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल का नगरीय क्षेत्र अमेठी में निर्माण कराया गया है। उक्त योजना को लेकर  जिलाधिकारी अरुण कुमार द्वारा समय-समय पर निरीक्षण व समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश पाठक ने बताया कि उपरोक्त योजना के अंतर्गत जनपद के निराश्रित/बेसहारा गोवंशों की अनुमानित संख्या 3272 के सापेक्ष वर्तमान में कुल 3087 निराश्रित/बेसहारा गोवंशों को जनपद में स्थापित वृहद गौ संरक्षण केंद्र, अस्थाई गौवंश आश्रय स्थल, कांजी हाउस एवं अस्थाई गौवंश आश्रय स्थल नगरी क्षेत्र में संरक्षित करके भरण पोषण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों के कृषकों एवं सामान्य जनमानस की छुट्टा/बेसहारा गोवंश से उत्पन्न होने वाली समस्या से भी निजात मिल रही है।

About The Author: Swatantra Prabhat