कलयुगी पिता ने पांच दिन के दुधमुहे बेटे को साठ हजार में बेचा

स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो शुक्लागंज-उन्नाव। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के निर्मल नगर मोहल्ले में रहने वाले एक कलयुगी पिता ने अपने पांच दिन के मासूम दुधमुंहे बच्चे को एक परिवार को महज साठ हजार रूपये में बेच आया। पत्नी को इसकी जानकारी होने पर उसने बच्चे को पाने के लिये पुलिस से गुहार लगाई। जिस पर पुलिस

स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो शुक्लागंज-उन्नाव। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के निर्मल नगर मोहल्ले में रहने वाले एक कलयुगी पिता ने अपने पांच दिन के मासूम दुधमुंहे बच्चे को एक परिवार को महज साठ हजार रूपये में बेच आया। पत्नी को इसकी जानकारी होने पर उसने बच्चे को पाने के लिये पुलिस से गुहार लगाई। जिस पर पुलिस हरकत में आई और बच्चे की खोजबीन शुरू की और और लखनऊ से बच्चे को बरामद कर मां के सुपुर्द कर दिया। बच्चे को देख मां के खुशी के आंसू झलक आये

और बच्चे को दुलराते हुये उसने कई उसे चूमती रही। यह देख वहां मौजूद लोगों की आंखे भर आई।
निर्मल नगर निवासी विष्णु दिवाकर पांडे अपनी पत्नी प्रिया पांडे और दो बच्चे अभय (10), सहिल (5) के साथ रहता है। उसकी पत्नी प्रिया को 5 सितंबर को एक और बेटा हुआ। जिस पर विष्णु 11 सितंबर को नशे में धुत होकर घर पहुंचा और बच्चा लिये बैठी प्रिया से दुधमुंहे को छीन लिया। जब उसने विरोध किया तो विष्णु ने प्रिया को धक्का दे दिया और बच्चे को लेकर भाग गया। पत्नी ने कई बार उसे फोन कर बच्चे की जानकारी ली लेकिन उसने कुछ नहीं बताया।

बच्चा पाने के लिये उसने गंगाघाट पुलिस से गुहार लगाई। गंगाघाट कोतवाली अरविंद को मामले की जानकारी हुई। जिस पर उन्हांेने क्षेत्रीय दरोगा राजेश शर्मा को जांच पड़ताल करने को कहा। पुलिस की जांच पड़ताल में पता चला कि विष्णु दिवाकर ने सीताराम काॅलोनी निवासी निसंतान सुशील वर्मा उर्फ राजू वर्मा के हाथों साठ हजार रूपये में बच्चा बेच दिया है। बच्चा मिलते ही राजू ने अपनी पत्नी को लखनऊ उसके मायके भेज दिया। पुलिस ने फौरन बच्चे को लखनऊ से मंगाया और प्रिया को सुपुर्द कर दिया।

बच्चा देख प्रिया की आंखांे से खुशी के आंसू झलक आये। वह बच्चे को बार बार चूमती रही। वहीं घटना के बाद से विष्णु फरार चल रहा है। पुलिस ने जब उससे संपर्क किया तो वह बोला कि अब मैं नहीं आऊंगा, मेरी लाश ही अब कोतवाली आयेगी। वहीं राजू ने बताया कि उसकी शादी के बारह साल हो गये। इस दौरान उसके कोई बच्चा नहीं है। जिस पर उसने गोदनामा के तहत लिखापढ़ी कर विष्णु से साठ हजार में बच्चे का सौदा किया था।

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