वैश्विक महामारी में स्वयं गाइड लाइन का उल्लंघन कर रहे ‘दरोगा जी,

स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो:-बांगरमऊ-उन्नाव। कोरोना महामारी के दौर में आम जनता को संक्रमण से बचाने के लिए शासन ने गाइड लाइन जारी की है लेकिन गाइड लाइन का पालन करवाने वाले एक दरोगा जी स्वयं गाइड लाइन का उल्लंघन करते हैं। खास बात यह है कि जनाब रुमाल से मुंह ढकने वालो से अभद्रता करते है।


स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो:-बांगरमऊ-उन्नाव। कोरोना महामारी के दौर में आम जनता को संक्रमण से बचाने के लिए शासन ने गाइड लाइन जारी की है लेकिन गाइड लाइन का पालन करवाने वाले एक दरोगा जी स्वयं गाइड लाइन का उल्लंघन करते हैं। खास बात यह है कि जनाब रुमाल से मुंह ढकने वालो से अभद्रता करते है। कोविड.19 के प्रसार को कम करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कई दिशा-निर्देश जारी किए हैं जिनमें सर्वप्रथम सोशल डिस्टेंसिंग तथा मुंह और नाक ढकने की हिदायत दी गई है। इस गाइड लाइन का कड़ाई से पालन करवाने के लिए शासन ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए है।

मुंह और नाक न ढकने पर जुर्माने का भी प्रावधान है लेकिन कोतवाली के एक दरोगा बिना मास्क लगाए आम जनता को मास्क लगाने की हिदायत देते हैं। चेहरे पर मास्क न मिलने पर चालान काटते है, अभद्रता करते है, रुमाल या गमछे से मुंह नाक ढकने वालो का भी चालान कर देते हैं। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार मन की बात में कह चुके है कि यदि आपके पास मास्क नही है तो रुमाल या गमछे से मुंह ढके लेकिन यहाँ के दरोगा जी प्रधानमंत्री की बात को भी नही मानते। दरोगा जी का मानना है कि सिर्फ रेडीमेड मास्क से ही मुंह और नाक ढकी जा सकती है। सवाल यह है कि जब दरोगा जी स्वयं मास्क नही लगाते तो वह दूसरों को मास्क लगाने की हिदायत कैसे दे रहे है। दरोगा जी की इस तरह की कार्यशैली से आम जनता में आक्रोश पनप रहा है।

About The Author: Swatantra Prabhat