105वीं जयन्ती पर सुमन जी को साहित्यानुरागियो ने दी श्रद्धांजलि

लाकडाउन के कारण मनोहरा विद्यालय में आयोजित हुआ कार्यक्रम स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो:-उन्नाव। हिंदी साहित्य के पुरोधा डॉ0 शिवमंगल सिंह सुमन की 105वीं जयंती पर कोरोना की बंदिशों के चलते भी सहित्यनुरागियो ने उनकी जन्मस्थली मनोहरा महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके व्यक्तिव कृतित्व पर चर्चा कर की।सुमन जी की जयंती पर शनिवार


लाकडाउन के कारण मनोहरा विद्यालय में आयोजित हुआ कार्यक्रम


स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो:-उन्नाव। हिंदी साहित्य के पुरोधा डॉ0 शिवमंगल सिंह सुमन की 105वीं जयंती पर कोरोना की बंदिशों के चलते भी सहित्यनुरागियो ने उनकी जन्मस्थली मनोहरा महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके व्यक्तिव कृतित्व पर चर्चा कर की।
सुमन जी की जयंती पर शनिवार को उनकी जन्मस्थली झगरपुर महाप्राण निराला महाविद्यालय ओसिया, मनोहरा मोहिनी पब्लिक स्कूल गौरी व डॉ0 शिवमंगल सिंह हिंदी भवन उन्नाव में उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने उन्हें हिंदी साहित्य जगत का सुवासित सुमन बताया। झगरपुर में उनके परिवारीजन मोहन सिंह पूर्व प्रधान उदयप्रताप सिंह आदि ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया।

वही मनोहरा मोहिनी पब्लिक स्कूल में मनोहरा डिग्री कालेज की प्राचार्या कुसुमलता द्विवेदी ने कहा कि सुमन जी ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने जवाहरलाल नेहरू तत्कालीन प्रधानमंत्री को भी अपनी कविता के माध्यम से जागृत करने का कार्य किया। उपनिरीक्षक जीतेन्द्र पांडेय ने कहा हिंदी साहित्य जगत में यदि बैसवारे में जन्मे साहित्यकारों को अलग कर दिया जाय तो साहित्य जगत अपूर्ण रहेगा। हम सौभाग्यशाली है कि ऐसे जनपद व क्षेत्र में सेवा का अवसर मिला है। यही पर पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल मीना तिवारी गौरव अवस्थी अजय पांडेय आदि ने भी उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। महाप्राण निराला महाविद्यालय में उपप्राचार्य दिनेश त्रिवेदी सहित विद्यालय परिवार के सदस्यों व गदनखेड़ा उन्नाव स्थित सुमन हिंदी भवन में भी उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया।

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