स्वतंत्र प्रभात से एस के कुशवाहा की रिपोर्ट
नेबुआ नौरंगिया,कुशीनगर।
क्षेत्र के पकड़ियार से कौवासार जाने वाली पिच सड़क पर बरसात की पानी लग जाने के कारण आवागमन बाधित हो गया है। वही किसानो के सैकड़ो एकड़ फसल बर्बादी के कागार पर है। किसानो ने पानी निकासी की मांग किया है।
बताते चले कि पकड़ियार से कौवासार पिच सड़क से होकर घुघुली सिसवा जाने के लिए एक मात्र मुख्य सड़क यही है। प्राचीन हिरण्यावती नदी वर्तमान मे बाड़ी नदी के किनारे से जाता इस पिच सड़क पर लगभग एक किमी तक दो से तीन फुट पानी भर जाने से आवागमन बाधित हो चला है।
वही रामजतन राम अवध किशोर कुशवाहा बिश्वनाथ अबिराज कन्हैया चौहान ब्रम्हदेव मुरारी सहित सैकड़ो किसानो के फसल गन्ना धान पानी मे डुबकर बर्बाद हो रहे है।
कौवासार से बाड़ी नदी का पानी पकड़ियार मे नौरंगिया कप्तानगंज सड़क मे बने साईफन से निकलता रहा है। परन्तु बाड़ी नदी से साइफन तक पानी निकलने के लिए पुलिया का निर्माण कराया गया था। जो दशकों पूर्व ध्वस्त हो गया।
चौराहे पर परंपरागत पानी बहाव वाले मार्ग पक्का भवन निर्माण कर दिये जाने से पानी का बहाव रूक गया हैं।लोगों के मनमानी का खामियाजा राहगीर व किसान अपने फसलो के बर्बादी के रूप मे झेल रहे है। अगर पानी निकासी का व्यवस्था नही की गयी तो किसानो के फसलो का अपूर्णीय क्षति होगा।
ग्राम प्रधान हरिलाल गुप्ता, ऐतुल्लाह सिदिक्की, रामाश्रय गोड़ सचिदानंद कुशवाहा ,भोला, बेचन कुशवाहा मनोज आदि ग्रामीणों ने चेताया है कि अगर साइफन तक पानी निकासी की ब्यवस्था नही की गई तो हम किसान प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।