जिलाधिकारी ने कृषकों के चयन में पूर्ण पारदर्शिता बरतने के दिये निर्देश
स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो:-उन्नाव। एकीकृत बागवानी विकास मिशन एवं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना ’पर ड्राप मोर क्राप’ (माइक्रोइरीगेशन) जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट हाल में सम्पन्न हुई।बैठक में जिला उद्यान अधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव ने जनपद में संचालित दोनों योजनाओं के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित समिति के सदस्यों, प्रगतिशील कृषकों से वार्ता की और पूंछा कि आप लोग कौन-कौन सी फसल करते है। जिसमें प्रगतिशील कृषक नामित सदस्य अमरीश सिंह ने बताया कि मैं आम के बागान का मालिक हूँ।
बहुत ही मेहनत से दशहरी फसल, चैसा, लगड़ा इत्यादि के बाग तैयार किये है। राजू सिंह ने बताया कि मैं केला की खेती करता हूँ। जिसकी बिक्री उन्नाव से कानपुर में होती है। हमारे पास में लेमन ग्रास भी होती है। जिसके विक्रय में समस्या आ रही है। जिसके लिए जिलाधिकारी ने पूर्ण भरोसा दिलाया कि आपकी बिक्री की समस्या का निराकरण किया जायेगा तथा ड्रैगन फूड की खेती करने वाले विजय कुमार गुप्ता जगतनगर बांगरमऊ की प्रशंसा करते हुये सभी उपस्थित कृषकों को इन फसल जैसी नयी फसलों को करने के लिये उत्साहवर्धन किया। जिला उद्यान अधिकारी ने वर्ष 2020-21 के लक्ष्यों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा बताया कि कृषकों को योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु विभागीय वेबसाइड पंजीकरण कराना अनिवार्य है।
पंजीकृत कृषकों में से ही प्रथम आवक प्रथम पावक के आधार पर कृषकों का चयन कर उनके अभिलेखों का परीक्षणोपरान्त योजना का लाभ दिया जायेगा। जिलाधिकारी ने कृषकों के चयन में पूर्ण पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिये। कोई भी पात्र कृषक योजना से वंचित न रहने पाये एवं कोई अपात्र व्यक्ति योजना का लाभ न लेने पावे इसका विशेष ध्यान रखा जाये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा0 राजेश कुमार प्रजापति, उपकृषि निदेशक डा0 नन्द किशोर, वरिष्ठ कोषाधिकारी, कृषि विज्ञान केन्द्र धौरा के वैज्ञानिक, अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत अधिकारी, सहायक अभियन्ता, लघु सिंचाई सहित योजना प्रभारी राहुल शुक्ला एवं वीरेश कुमार उपस्थित रहे।