नल दे रहा दूषित पानी, स्थानीय प्रशासन बना अनजान

लगभग एक हजार की आबादी है प्रभावित स्थानीय ने सीएम जनसुनवाई पोर्टल पर किया शिकायत भेटुवा (अमेठी)। जनपद के अमेठी तहसील के भेटुवा ब्लाक के मुसवापुर चौराहे पर लगा यह इंडिया मार्का नल विकास के दावों की पोल खोलता दिखाई दे रहा है। बताते चलें कि किसी ने कहा है कि ‘जल ही जीवन’ है।

लगभग एक हजार की आबादी है प्रभावित

स्थानीय ने सीएम जनसुनवाई पोर्टल पर किया शिकायत

भेटुवा (अमेठी)। जनपद के अमेठी तहसील के भेटुवा ब्लाक के मुसवापुर चौराहे पर लगा यह इंडिया मार्का नल विकास के दावों की पोल खोलता दिखाई दे रहा है। बताते चलें कि किसी ने कहा है कि ‘जल ही जीवन’ है। साफ पेय जल के लिए ही इंडिया मार्का नलों कि बोरिंग हर बजट सत्र में विभिन्न योजनाओं और स्तरों पर कराई जाती रही है। ग्राम पंचायत स्तर से भी खराब पड़े नलों के रिबोर की व्यवस्था उपलब्ध है। किंतु, सूत्रों की माने तो रिबोर के नाम पर बंदरबांट होता है। लोग तो यहाँ तक कहते हैं कि ज्यादातर रिबोर केवल कागजों पर होता है। स्थानीयों की माने तो बिना स्थलीय परीक्षण किए ही विभाग से ऐसे कामों का भुगतान भी हो जाता है।

नल दे रहा दूषित पानी, स्थानीय प्रशासन बना अनजान

फिलहाल, अंधा क्या चाहे दो आंखें। लोगों को हमेशा अपनी समस्या के समाधान की अपेक्षा रहती है। ऐसे में मुसवापुर गांव के निवासी और चौराहे पर व्यवसाय करने वाले ओमप्रकाश यादव ने सीएम जनसुनवाई पोर्टल पर इस संबंध में शिकायत दर्ज किया है। उन्होंने जानकारी दिया है कि चौराहे पर लगे इस नल से दूषित पानी आ रहा है जो पीने योग्य नहीं है। इसमे रिबोर की जरूरत लग रही है। उन्होंने यह भी कहा है कि इस नल के खराब होने से राहगीरों समेत लगभग एक हजार आबादी प्रभावित है। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री से की गई इस शिकायत का समाधान स्थानीय प्रशासन कराता है या समस्या को लीपापोती कर प्रस्तुत कर दिया जाता है।  शिकायत कर्ता ने कहा है कि उम्मीद है कि इस जनसमस्या का समाधान जरूर होगा।

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