पीड़ित ने भी सिपाहियों के खिलाफ दी तहरीर।
शाहजहांपुर।
योगी सरकार मे पुलिस अंगरक्षक बनी है यह बात अब हजम नहो हो रही है। बंडा पुलिस की हैवानियत उस समय उजागर हुई जब थाना बंडा क्षेत्र के गांव खकरा बुजुर्ग में रह रहे ग्रामीण की दबंग पुलिस वालों ने इस बात को लेकर पिटाई शुरु कर दी कि वह समझौते के एवज में दबंग सिपाहियों को दस हजार रुपए देनें में अस्मर्थ था इस समय हर व्यक्ति लॉक डाउन में एक एक दानें के लिए मोहताज है । तो यह जोशी बिरादरी का एक गरीब ब्राह्मण घर घर जाकर दुःख सुखः में शामिल होकर अपना और अपनें बच्चों का पालन पोषण करता है।
इस गरीब असहाय परिवार की पड़ोस में ही रह रहे परिवार की बच्चों में खेल खेल में विवाद हो गया जिस महिला के बच्चों से विवाद हुआ है। वह मानसिक रुप से परेशान रहती है। किसी ने रंजिश को लेकर उससे तहरीर दिला दी जिसके समझौते के एवज में उक्त सिपाहियों ने पीड़ित गरीब से ₹10000/रुपए की मांग की जब पीड़ित ने दस हजार रुपये देने में असमर्थता जताई तो पुलिस ने अपना पुलिसिया रौद्र रूप दिखाते हुए मानवता की सभी हदें पार करते हुए अंकित और बंटी नामक दबंग सिपाहियों ने इस पीड़ित युवक को इतनीं बेरहमी से पीटा की उसके नीचे का पूरा हिस्सा पूरी तरह लाल हो गया और काले 2 चकत्ते पड़ गए हैं । इतना ही नहीं पिटाई से उक्त युवक को एक कान से सुनाई भी नहीं दे रहा है। जहाँ बंडा पुलिस ने अपनीं सभी हदें पार करते हुए अपनीं हैबनियत पर उतारु होकर पीड़ित को बड़ी बेरहमी से पीटा गया है,युवक पुलिस की इस पिटाई से काफी डरा सहमा हुआ है ।
फिलहाल पीड़ित ने उक्त सिपाही अंकित और बंटी के ख़िलाफ़ तहरीर तो दे दी है । पर थाना अध्यक्ष अपनें सिपाहियों को बचानें के लिए मुक़दमा पंजीकृत नहीं कर रहे हैं । जहां उत्तर प्रदेश द्वारा दिए गए नारे न गुंडा राज़ न भ्रटाचार नारों पर उत्तर प्रदेश सरकार पर सवालिया निशान उठ रहा है ।