जिले के जिला पंचायत अध्यक्ष ने ली राहत की सांस, अध्य्क्ष के घर मे दौड़ी खुशी की लहर

जिले के जिला पंचायत अध्यक्ष ने ली राहत की सांस, अध्य्क्ष के घर मे दौड़ी खुशी की लहर जिला पंचायत अध्यक्ष के बेटे यश प्रताप सिंह लन्दन में पढ़ाई कर रहे थे लेकिन इस समय पूरे विश्व मे कोरोना जैसी महामारी फैली हुई है जिसको देखए हुवे उनके बेटे यश लन्दन से अपने देश भारत

जिले के जिला पंचायत अध्यक्ष ने ली राहत की सांस, अध्य्क्ष के घर मे दौड़ी खुशी की लहर


जिला पंचायत अध्यक्ष के बेटे यश प्रताप सिंह लन्दन में पढ़ाई कर रहे थे लेकिन इस समय पूरे विश्व मे कोरोना जैसी महामारी फैली हुई है जिसको देखए हुवे उनके बेटे यश लन्दन से अपने देश भारत लखनऊ उत्तर प्रदेश 17 मार्च को आ गए थे हालाँकि यश प्रताप सिंह मूल रूप से फतेहपुर के निवासी हैं ।
जब वो 17 मार्च को लखनऊ अपने निवास पहुँचे तो उनकी तवियत थोड़ी ठीक नही लगी तो दूसरी सुबह वो घर मे बिना किसी को सूचना दिए ही स्वम किंग जार्ज (मेडिकल कॉलेज )लखनऊ पहुँच गए और अपनी कोरोना की जाँच कराई जिसमे उनके सरीर में कोरोना बीमारी पॉजीटिव पाई गई फिर यश प्रताप वहीं भर्ती हो गए उसके बाद अपने पिता अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू सिंह को फोन के माध्यम से सूचना दी तब उनके पिता व उनकी माता निवेदिता सिंह वहाँ पहुँच कर अपने बेटे का हाल जाना ।
  यश प्रताप सिंह ने एक अच्छे नागरिक होने के साथ साथ एक अच्छे बेटे का रोल अदा किया और बहुत धैर्य रखते हुवे 7 अप्रैल को कोरोना जैसी महामारी से विजय पा कर अपने घर लखनऊ पहुँच गए इन्ही 20 दिनों के बीच में  मां और पिता सहित घर के 12 और सदस्य थे यश को डिस्चार्ज करते समय  डॉक्टरों ने सभी12 सदस्यों का कोरोना जाँच कराई जिसमे सभी लोगों की कोरोना जाँच निगेटिव जिससे पूरे परिवार में खुसी की लहर दौड़ पड़ी ।

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