राशन वितरण में गरीबो के हक पर डाका, कोटेदार कर रहे कटौती ।

राशन वितरण में गरीबो के हक पर डाका, कोटेदार कर रहे कटौती । कोटेदार ने कहा कटौती करेंगे, ऊपर देने पड़ते हैं पांच हजार रुपये उमेश दुबे (रिपोर्टर ) भदोही – भारत मे फैल रही कोरोना (वायरस) महामारी के संक्रमण से आम जन मानस को बचाने के लिये पीएम मोदी ने पूरे देश मे 21

राशन वितरण में गरीबो के हक पर डाका, कोटेदार कर रहे कटौती ।

  • कोटेदार ने कहा कटौती करेंगे, ऊपर देने पड़ते हैं पांच हजार रुपये

उमेश दुबे (रिपोर्टर )

भदोही – भारत मे फैल रही कोरोना (वायरस) महामारी के संक्रमण से आम जन मानस को बचाने के लिये पीएम मोदी ने पूरे देश मे 21 दिनी लॉक डाउन की घोषणा की है। जिससे रोजमर्रा की जिंदगी जीने वाले कामगर, मजदूर वर्ग के बीच भोजन के भी लाले हैं। जिनके लिये संकट की इस घड़ी में केवल सरकारी राशन ही एक मात्र पेट की भूख शांत करने का सहारा है। यही नहीं बल्कि पीएम मोदी ने भी इन गरीब मजदूरों की भोजन ब्यवस्था के लिये कामगरों, मजदूरों, एवम बीपीएल कार्ड धारकों को इस महामारी के दौरान निः शुल्क राशन देने का फरमान जारी किया है। किंतु पूर्ति विभाग की मिलीभगत से कोटेदारों की मनमानी इस कदर हावी है। कि वो पहले तो राशन वितरण में प्रति राशन कार्ड दो से तीन किलो की घटतौली करते हैं। और बीपीएल एवम मजदूरों गरीबों से भी वसूली से बाज नहीं आ रहे हैं।
किन्तु राशन कार्ड धारकों द्वारा बार बार कोटेदारो की शिकायत करने के बावजूद भी जिम्मेदारों द्वारा इनकी मनमानी में नकेल कसने के लिये कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया जाता। जबकी कई बार कोटेदारों व राशनकार्ड धारकों के बीच मारपीट की नौबत भी आ जाती है। लेकिन जिला प्रशासन अभी भी मौन बनी हुई है । जबकी शासन द्वारा गरीब व मजदूर वर्ग के कार्ड धारकों को निःशुल्क राशन वितरण का आदेश दिया गया है। ग्रामीणों की मानें तो ग्रामीणों ने कोटेदार की धांधली की शिकायत भी कई बार पूर्ति विभाग समेत तहसील के उच्च प्रशासनिकों से कर चुके हैं। किंतु किसी भी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी ने उपरोक्त कोटेदार की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिये कोई प्रभावी कदम उठाना मुनासिब नहीं समझा।
नतीजतन कोटेदार की मनमानी पूरी तरह आज भी ग्रामीणों पर हाबी है।

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