पहले कोरोना की मार, अब आग ने जलाए अन्नदाता के अरमान/

पहले कोरोना की मार, अब आग ने जलाए अन्नदाता के अरमान/ लगभग दस बीघे गेहूं की फसल धू – धूकर जली के•देव पाण्डेय (रिपोर्टर ) भदोही । जिले के अलग अलग कई स्थानो पर शार्ट सर्किट व अन्य कारणों से लगी आग ने विकराल रूप ले लिया और अन्नदाता के अरमानों को धू -धूकर जला

पहले कोरोना की मार, अब आग ने जलाए अन्नदाता के अरमान/

  • लगभग दस बीघे गेहूं की फसल धू – धूकर जली

के•देव पाण्डेय (रिपोर्टर )

भदोही । जिले के अलग अलग कई स्थानो पर शार्ट सर्किट व अन्य कारणों से लगी आग ने विकराल रूप ले लिया और अन्नदाता के अरमानों को धू -धूकर जला दिया। इस अग्निकांड में लगभग दस बीघे फसल जलकर खाक हो गई। जानकारी मिली है लगभग एक दर्जन किसान इस अग्निकांड से प्रभावित हुए हैं। खड़ी फसल जल जाने से उनके सामने परिवार के पेट पालने का बड़ा संकट मुंह बाए खड़ा है। इस समय पूरा देश एक बड़े संकट से जूझ रहा है कोरोना की वजह से किसानों के सामने पहले से ही रोजी रोटी का संकट था ऐसे में किसानों के लिए फसल ही बड़ी उम्मीद थी। वह भी जल जाने से उनके अरमानों पर पानी फिर गया। अब सरकारी मदद की उम्मीद में वह राह ताक रहे हैं।

बता दें कि ज्ञानपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत चकटोड़र गांव में 10 बीघा गेंहू की फसल जलकर खाक हो गई। गेंहू की फसल में आग लगी देख किसानों के होश गुम हो गए। भाग कर किसानों ने आग बुझाना चाहा लेकिन आग की तेज लपटों ने देखते ही देखते 10 बीघा गेंहू की फसल को अपनी चपेट में ले लिया। गांव वालों ने खेत मे लगी आग को झाड़ से बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग की लपटें तेज़ हवा के चलते फैलती जा रही थी जिसे देख गांव वालों ने आग लगने की सूचना फायर ब्रिग्रेड को दिया। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंच आग पर काबू पाया। घटना स्थल पर एसडीएम ज्ञानपुर ज्ञान प्रसाद यादव पहुच कर मौका मुआयना किये और किसानो को विश्वास दिलाया की हरसंभव सरकार से दिलाएंगे मदद।

इसी प्रकार सुरियावां थाना क्षेत्र के अंतर्गत महजुदा गांव के तलियवापार बैजनाथ यादव के खेत में हाई टेंशन लाइन में बिजली का शॉर्ट सर्किट हो जाने से इंसुलेटर जलकर गिर गया जिससे गेहूं की पकी फसल में आग लग गई। आग लगते ही हड़कंप मच गया। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे। कड़ी मशक्कत के बाद आग को बुझाया जा सका। तब तक 10 विश्वा गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई। आग की इन घटनाओं की सूचना ग्रामीणों ने सम्बन्धित क्षेत्र के तहसील प्रशासन को दे दी है।

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