गांव से निकालकर सेंटरों में रखेगे दिल्ली व अन्य महानगरों से आए लोग

बावन -गाँव में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली व अन्य महानगरों से बावन व ग्रामीण क्षेत्रों आए हुए बड़ी दिहाड़ी मजदूर व अन्य लोगों को चिन्हित करके अब गांव से बाहर बने क्वार्नेट सेटर नारायण बालिका महाविद्यालय में बावन के 8 व्यक्ति और निजामपुर गाँव के 44 बाहर से आए हुए

बावन -गाँव में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली व अन्य महानगरों से बावन व ग्रामीण क्षेत्रों आए हुए बड़ी दिहाड़ी मजदूर व अन्य लोगों को चिन्हित करके अब गांव से बाहर बने क्वार्नेट सेटर नारायण बालिका महाविद्यालय में बावन के 8 व्यक्ति और निजामपुर गाँव के 44 बाहर से आए हुए व्यक्तियों को क्वार्नेट रखा गया है,वहीं न्यूरादेव स्थित  स्वामी कल्याणनंद महाविद्यालय में 70 व्यक्तियों   को क्वार्नेट किया गया है,एसडीएम राकेश गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में  केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर महानगरों से आए लोगों को अलग रखा जाएगा।  एसडीएम ने बताया कि पूरे ग्रामीण क्षेत्र का चिन्हितीकरण कराया गया है।  क्षेत्र की जिम्मेदारी राजस्व निरीक्षक नवनीत शुक्ला को सौंपी गई है। सूचनाएं मिल रही थी कि लोग बाहर से आकर अपने घरों में रहने लगे हैं। बावन प्रधान के अनुसार लोग अपने घर से निकलकर क्वार्नेट सेंटर्स पर नहीं पहुंच रहे हैं। इसके लिए बावन में भारी पुलिस बल के साथ राजस्व कर्मियों को गांव में भेजा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के जानकार राजस्व कर्मी भी भेजे जा रहे हैं जो चिन्हित किए गए लोगों को घरों से निकालेंगे तथा पंचायत घर स्कूल अथवा अन्य स्थानों पर 14 दिन तक रखे जाएंगे।इसमें एक अहम बात यह है कि कि करोना महामारी में स्वास्थ्य विभाग वा राजस्व विभाग से लेकर  बावन प्रधान व नारायण वालिका इंटर कॉलेज के प्रवंधक श्री कृष्ण पहलवान गुरु जी सभी क्वारेनटाइन व्यक्तियों के भोजन का सहयोग कर रहे हैं वहीं विकासखंड के कर्मचारी  मुख्य विकास अधिकारी निधि वत्स गुप्ता के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं , ग्राम विकास अधिकारी का ना आना कहीं ना कहीं सवाल खड़ा करता है आपको बता दें की मुख्य विकास अधिकारी निधि गुप्ता ने कुछ दिन पहले सभी ग्राम पंचायत अधिकारियों को ,व ग्राम विकास अधिकारियों को निर्देशित किया था की बाहर से आने वाले लोगों को हर तरीके की सुविधा उपलब्ध कराई जाए लेकिन लेकिन बावन विकास खंड का कोई भी महकमा क्वारेनटाइन सेंटर नहीं पहुंचाAttachments area

About The Author: Swatantra Prabhat