लॉक डाउन में खाद बीज नहीं बिकेगी लेकिन दारू बिकेगी : थाना गीडा
सेल्यूट पुलिस के उन जवानों को जो सामान्य परिस्थितियों में चाहे जैसे भी अपने कर्तव्य का निर्वाहन करते हो लेकिन आज के इस संकट की घड़ी में गरीबों और मजदूरों के लिए मसीहा बनकर उभरे हैं और त्राहिमाम तथा दंडवत प्रणाम थानाध्यक्ष गीडा को जो ऐसी परिस्थितियों में भी अपनी काली कमाई को बदस्तूर जारी रखे हुए हैं । शासन के निर्देशों के इतर चलना इनकी आदत में शुमार है क्योंकि इनके दिमाग पर चढ़ गया वर्दी का बुखार है । शासन ने जहां खाद बीज की दुकानों को खोलने के निर्देश दिए हैं वहीं थानाध्यक्ष गीडा खाद बीज की दुकानों को यह कहकर बंद करा देते हैं कि पहले दुकान खोलने का पास दिखाओ ।
चलिए मान भी लेते हैं जनाब की पास के बगैर आपके क्षेत्र में खाद बीज की दुकान खुल नहीं सकती । लेकिन यह तो बताइए कि आपके क्षेत्र में दारू की दुकानों से निर्बाध तरीके से दारू बेचने का पास इन दारुक ठेकेदारों को कहां से मिल गया । क्या आपको पता नहीं कि आपके क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कालेसर में मॉडल शॉप और कालेसर फ्लाईओवर के पास ढाबे पर धड़ल्ले से दारू बेची जा रही है । आपके इस क्षेत्र में 500 की बोतल 2000 में खुलेआम बेचने वालों पर आज तक आप की नजर नहीं पड़ी या फिर उन पर आपकी कृपा बरस रही है ।
शायद आप अपनी इन्हीं कारस्तानीयों को मीडिया की नजर से बचाने के लिए उन्हें अपनी लाठी का धौस दिखाते हैं । और शायद यही वजह है कि कुछ चाटुकारों और दलालो के दम पर आप यह सोचते हैं कि आप अपने काले कारनामों को छुपा ले जाएंगे । लेकिन यह संभव नहीं है । लॉक डाउन की इस स्थिति में जहां लोग रोजमर्रा की जरूरतों के लिए जद्दोजहद करते नजर आ रहे हैं वही आपकी कृपा दारू के ठेकेदारों और ठरकियों पर खूब बरस रही है । आखिर इस ब्लैक में बिक रही शराब का कितना प्रतिशत हिस्सा आपको मिलता है ।
आपके क्षेत्र में हुए स्टिंग ऑपरेशनने आपके कृपा पात्र बने हुए दारू के ठेकेदारों और ब्लैकियों की पोल खोल कर रख दी है । अब यही देखना है कि इस मौसम में आपकी सैनेटाइज़ की हुई लठ्ठ इन दारू के ठेकेदारों और ब्लैकियों पर बरसती है या नहीं ।