पाली/हरदोई ।कोरोना वायरस के खौप और शासन के लॉक डाउन से परदेस में कमाने गए लोग अपने बीवी बच्चों के साथ भूखे प्यासे सैकड़ों कोस पैदल चलकर किसी तरह से अपने घर पहुंच रहे हैं।कोरोना वायरस के खौप शासन के 21 दिनो के लाकडाउन के चलते गाँव से शहरों की तरफ कमाई की मंशा से गए इलाके के सैकड़ों लोगों ने अब अपने अपने गांव की तरफ पलायन शुरू कर दिया है।
शनिवार को लाकडाउन के चौथे दिन अलग-अलग शहरों से दिल्ली, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद हरियाणा, राजस्थान, रोहतक, से सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलकर व डाला, डीसीएम से पाली नगर पहुचे लोगों को लाकडाउन के नियमों के पालन कराने के लिए नगर के बरगद तिराहे रामलीला चौराहे समेत पाली बैरियर पर अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद पाली पुलिस ने इनके स्वास्थ्य चेकअप के लिए नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजा जहां प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ आनंद शुक्ला की टीम ने चेकअप के नाम पर सिर्फ लोगों से नाम पता और मोबाइल नंबर पूछकर नोट कर उनको चलता किया गया
दिल्ली के गांधीनगर मोहल्ला में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले इलाके के भरखनी गांव निवासी अंकित वाजपेई ने बताया की वह डेढ़ सौ किलोमीटर पैदल चलने के बाद अलीगढ़ में एटा डिपो की गाड़ी मिली इस पर बैठा खाने-पीने की बात बुझने पर अंकित बताता है कि दादरी में कुछ भाई लोग बिस्कुट और दूध बांट रहे थे वहां दो गिलास दूध पिया था तब से कुछ नहीं खाया वहीं इलाके के हड़हा मलिकापुर गांव निवासी रिंकी देवी बताती हैं कि वह सिकंदराराऊ से आधी दूर पैदल चलकर आधी दूर गाड़ी से किसी तरीके तरह से यहां तक पहुंची है
यह कहानी अंकित यार इनकी कि नहीं शनिवार के दिन पाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद सैकड़ों लोग यही कहानी दोहरा रहे थे इन लोगों के चेकअप के संबंध में जब प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाँक्टर आनंद शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी तक 200 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण हो चुका है लोगों से पूछा जा रहा है क्या दिक्कत है खांसी उल्टी दस्त आदि की समस्या होने पर लोगों को दवाई दी जा रही है माक्स आदि लगाने की सलाह के साथ परिजनों से दूरी बनाकर रहने की सलाह दी जा रही है हम लोग इन लोगों पर लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए मोबाइल नंबर भी नोट कर रहे हैं।