महिलाओं का सम्मान कर भारत को खुशहाल बनाया जा सकता है-घनश्याम जायसवाल

ब्यूरो रिपोर्ट -जयदीप शुक्ला तरबगंज,गोण्डा –आज की महिला निर्भर नहीं हैं। वह हर मामले में आत्मनिर्भर और स्वतंत्र हैं और पुरुषों के बराबर सब कुछ करने में सक्षम भी हैं। उक्त विचार महिला दिवस पर महिलाओं को अंग वस्त्र भेंट करने के दौरान भा जा पा जिला उपाध्यक्ष पिछड़ा मोर्चा व स्वच्छ भारत मिशन के

ब्यूरो रिपोर्ट -जयदीप शुक्ला

तरबगंज,गोण्डा –
आज की महिला निर्भर नहीं हैं। वह हर मामले में आत्मनिर्भर और स्वतंत्र हैं और पुरुषों के बराबर सब कुछ करने में सक्षम भी हैं।

उक्त विचार महिला दिवस पर महिलाओं को अंग वस्त्र भेंट करने के दौरान भा जा पा जिला उपाध्यक्ष पिछड़ा मोर्चा व स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर घनश्याम जायसवाल ने व्यक्ति की ।

घनश्याम जायसवाल ने कहा कि हमें महिलाओं का सम्मान जेंडर के कारण नहीं, बल्कि स्वयं की पहचान के लिए करना होगा। हमें यह स्वीकार करना होगा कि घर और समाज की बेहतरी के लिए पुरुष और महिला दोनों समान रूप से योगदान करते हैं। यह जीवन को लाने वाली महिला है। हर महिला विशेष होती है, चाहे वह घर पर हो या ऑफिस में।

वह अपने आस-पास की दुनिया में बदलाव ला रही हैं, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बच्चों की परवरिश और घर बनाने में एक प्रमुख भूमिका भी निभाती है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उस महिला की सराहना करें और उसका सम्मान करें जो अपने जीवन में सफलता हासिल कर रही हैं और अन्य महिलाओं और अपने आस-पास के लोगों के जीवन में सफलता ला रही हैं।

तहसील मुख्यालय पर स्थित तरबगंज बाजार में रोजगार के माध्यम से परिवार को पालन पोषण करने वाली महिलाओं को अंग वस्त्र भेंट कर घनश्याम जायसवाल ने सम्मानित किया ।

About The Author: Swatantra Prabhat