पशुआश्रय शेड की स्वीकृति पत्र कैम्प लगाकर किया गया वितरित

संवाददाता -प्रमोद कुमार चौहान मनकापुर,गोण्डा-श्रम विभाग द्वारा कैम्प लगाकर पंजीकृत कराए गए वनटांगिया श्रमिकों को परिचय पत्र तथा वन टांगिया परिवारों को पशु शेड निर्माण हेतु स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया। बताते चले मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने श्रम विभाग द्वारा विकासखण्ड मनकापुर अन्तर्गत वनटांगिया गांव अशरफाबाद में आयोजित परिचय पत्र वितरण कार्यक्रम में

संवाददाता -प्रमोद कुमार चौहान

मनकापुर,गोण्डा-
श्रम विभाग द्वारा कैम्प लगाकर पंजीकृत कराए गए वनटांगिया श्रमिकों को परिचय पत्र तथा वन टांगिया परिवारों को पशु शेड निर्माण हेतु स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया।

बताते चले मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने श्रम विभाग द्वारा विकासखण्ड मनकापुर अन्तर्गत वनटांगिया गांव अशरफाबाद में आयोजित परिचय पत्र वितरण कार्यक्रम में बतोर मुख्य अतिथि पहुंचकर 05 वन टांगिया गांवों के पंजीकृृत श्रमिकों को परिचय पत्र दिया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देशन में जिले के वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा देने के बाद निरन्तर उनके सर्वांगीण विकास हेतु तमाम योजनाओं को वन टांगिया गांवों में लागू किया गया है।

शिक्षा और रोजगार से वंचित रहे वन टांगिया परिवारों के बच्चों को आवासीय सुविधा दिलाने के साथ ही बच्चों की शिक्षा आदि की भी उत्तम व्यवस्था सरकार के निर्देशन में की जा रही है तथा आने वाले दिनों में वन टांगिया परिवारों को हर प्रककार की सुविधाओं से लाभान्वित किया जाएगा।

इस अवसर पर उपश्रमायुक्त देवीपाटन मण्डीलय रचना केसरवानी ने बताया कि पूर्व में कैम्प लगाकर वन टांगिया परिवारों का श्रमिक पंजीकरण कराया गया था। वनटागिया गांवों में अशरफाबाद के 25, बुटहनी के 40, रामगढ़ के 23, महुलीखोेरी के 43 तथा मनीपुरग्रण्ट के 20 सहित कुल 151 वनटांगिया श्रमिकों को परिचय पत्र दिया गया।

इसी प्रकार कार्यक्रम में ही मनरेगा योजनान्तर्गत पशु शेड निर्माण हेतु 11 परिवारों को स्वीकृति पत्र भी सीडीओ द्वारा प्रदान किया गया। कार्यक्रम में डीएलसी द्वारा श्रम विभाग की तमाम योजनाओं की जानकारी भी दी गई।

कार्यक्रम के दौरान उप श्रमायुक्त देवीपाटन मण्डील रचना केसरवानी, डीसी मनरेगा हरिश्चन्द्र प्रजापति, जिला श्रम प्रवर्तन अधिकारी, बीडीओ मनकापुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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