भारत की जनवादी नौजवान सभा ने बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गणतंत्र दिवस

संवाददाता -राजकुमार विश्वकर्मा छपिया,गोण्डा- 26 जनवरी 2020 को भारत का 71वां गणतंत्र दिवस पूरे भारत वर्ष में बड़े धूमधाम से मनाया गया।इसी क्रम में स्वामी नारायण छपिया ने स्थित KIMT कंप्यूटर इंस्टिट्यूट पर भी सुबह 8 बजे ध्वजा रोहण किया गया। जिलाध्यक्ष गोण्डा अपना दल एस राकेश वर्मा व प्रदेश सचिव अपना दल एस अभिमन्यु

संवाददाता -राजकुमार विश्वकर्मा

छपिया,गोण्डा-
26 जनवरी 2020 को भारत का 71वां गणतंत्र दिवस पूरे भारत वर्ष में बड़े धूमधाम से मनाया गया।इसी क्रम में स्वामी नारायण छपिया ने स्थित KIMT कंप्यूटर इंस्टिट्यूट पर भी सुबह 8 बजे ध्वजा रोहण किया गया।

जिलाध्यक्ष गोण्डा अपना दल एस राकेश वर्मा व प्रदेश सचिव अपना दल एस अभिमन्यु पटेल के साथ वीरेंद्र वर्मा ने ध्वजारोहण किया। 26 जनवरी के इस शुभावसर पर संस्था व्यस्थापक रक्षा राम वर्मा ने बताया कि भारत का संविधान,भारत का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ।

यह दिन भारत के संविधान दिवस के रूप में घोषित किया गया है, जबकि 26 जनवरी का दिन भारत में गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत का संविधान विश्व के किसी भी गणतांत्रिक देश का सबसे लंबा लिखित संविधान है। उन्होंने बताया कि भारतीय संविधान सभा के लिए जुलाई 1946 में चुनाव हुए थे।

संविधान सभा की पहली बैठक दिसंबर 1946 को हुई थी। इसके तत्काल बाद देश दो हिस्सों – भारत और पाकिस्तान में बंट गया था। संविधान सभा भी दो हिस्सो में बंट गई- भारत की संविधान सभा और पाकिस्तान की संविधान सभा।

भारतीय संविधान लिखने वाली सभा में 299 सदस्य थे जिसके अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे। संविधान सभा ने 26 नवम्बर 1949 में अपना काम पूरा कर लिया और 26 जनवरी 1950 को यह संविधान लागू हुआ। इसी दिन कि याद में हम हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं।

भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से तैयार करने में 2 वर्ष, 11 माह, 18 दिन का समय लगा था। संस्था प्रबंधक दीपक वर्मा ने कहा कि आज के नेता धीरे धीरे हमारे संविधान को को खोखला करते जा रहे हैं। जातिवाद की राजनीति से हमारे देश के युवाओं को भटका रहे हैं और उन्हें धर्म के नाम पर लड़ा रही है तो हम सभी की चाहिए कि हम सब अपने आसपास के लोगो को जागरूक करें। और बताएं कि राजनीति के चक्कर मे आपस मे मतभेद न होने दें।

इस मौके पर संस्था प्रधानाचार्य ज्योति पांडेय, रामदीन वर्मा, प्रिया, विकास, रतुल, नितेश, सचिन, अजय, विजय, ओम प्रकाश, प्रादुम, जितेंद्र चौबे एनजीओ प्रकोष्ठ आदि लोग उपस्थित रहे।

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