वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की टीम के खिलाफ एक पत्र खूब हो रहा है वायरल

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की टीम के खिलाफ एक पत्र खूब हो रहा है वायरल


सहारनपुर


सोसल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले ईमानदार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की टीम के खिलाफ एक पत्र खूब हो रहा है वायरल जिसमे  सहारनपुर के ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर की निजी टीम के सब -इंपेक्टर ओर सिपाहियों पर लगे अवैध रूप से धन वसुलने का आरोप , अवैध सर्विलांस उसके साथ 10 लाख की वसूली ?

विगत एसएसपी के समय मे भी इसी टीम पर लगे थे गम्भीर आरोप पूर्व एसएसपी ने नही की कोई कार्यवाही , क्या वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर इस प्रकरण की जांच गम्भीरता से करवाकर करेंगे कार्यवाही?  पुलिस की लापरवाही के कारण पहले भी प्रदेश में  सर्विलांस का हुआ है दुरुपयोग इसी प्रकार ज्वेलर का नम्बर सर्विलांस पर लेकर सोना लुट लिया गया था । क्या सहारनपुर के अधिकारी  किसी बड़ी घटना की प्रतीक्षा में है ?

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच की बात कही जा रही है परन्तु क्या सर्विलांस जैसे महत्त्वपूर्ण विभाग में 7 वर्षों से अधिक समय से जमे हुए है ये कर्मचारी ओर अधिकारी जांच को प्रभावित करने का प्रयास नही करेंगे ?सर्विलांस का समस्त डाटा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एव अपर पुलिस महानिदेशक के कार्यालय में रहता है , क्या एस पी सिटी  कर पाएंगे निष्पक्ष कार्यवाही?

किस नियम के तहत जमे 7 वर्सो से सर्विलांस में जमे हुए है ये मठाधीस सिपाही की किसी भी शाखा में तैनाती का समय अधिकतम 3 वर्ष है विशेष कार्य और परिस्थितियों में राजपत्रित अधिकारी की लिखित संस्तुति पर कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है , क्या इनके विषय मे ऐसी कोई कार्यवाही हुई है ?

या केवल अवैध कमाई का लालच इन्हें ओर अधिकारियों को मजबूर कर रहा है इन्हें जमाये रखने के लिए । कब होगी जांच और कब होगी कार्यवाही ये भविष्य के गर्भ में है लेकिन इन कुछ लोगो के कारण ईमानदार वरिष्ट पुलिस अधीक्षक श्री आकाश तोमर पर है कार्यवाही की ज़िम्मेदारी का भार , वहन होगा या नही ये देखने योग्य है?

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