शाहजहांपुर का स्वास्थ्य विभाग उड़ा रहा है शासनादेश की धज्जियां।

पीएससी ददरौल में गर्भवती महिलाओं की लगाई जा रही है ड्यूटी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा जांच कराकर बार कार्रवाई करेंगे। शाहजहांपुर।उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से एक शासनादेश जारी की गई है कि कोई भी गर्भवती महिला

पीएससी ददरौल में गर्भवती महिलाओं की लगाई जा रही है ड्यूटी।                          मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा जांच कराकर बार कार्रवाई करेंगे।             शाहजहांपुर।उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से एक शासनादेश जारी की गई है कि कोई भी गर्भवती महिला अथवा जिसका बच्चा छोटा हूं की ड्यूटी नहीं लगाई आएगी परंतु ऐसा हो नहीं रहा है पीएससी केंद्र ददरोल में मनदीप कौर नाम की व शीलू के नाम की नर्स की ड्यूटी लगाई गई है रूपांजलि नाम की नर्स कई माह से बीमार है की भी ड्यूटी लगाई गई है। मामला ददरौल क्षेत्र पी एससी का है। शासन आदेश में स्पष्ट है कि गर्भवती महिला या फिर अधेड़ महिला या बीमार महिला की ड्यूटी क्वॉरेंटाइन सेंटर के गैर लगाई जाएगी परंतु ऐसा कुछ नहीं हो रहा है govind 19 current time सेंटर ददरौल में अभी भी कुछ महिलाओं की काफी बीमार स्थिति पर ड्यूटी चल रही है जिसमें एक महिला गर्भवती भी पाई गई है इस हिसाब से तो उत्तर प्रदेश शासन की गाइड लाइन का स्वास्थ्य विभाग पर कोई भी फर्क नहीं पड़ता हैजिसमें एक महिला ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर छुट्टी की गुहार लगाई परंतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि स्टाफ की कमी  है ड्यूटी लगाना भी मजबूरी है, उधर सरकार ने नियुक्तियों पर भी रोक लगा रखी है ऐसी स्थिति में महिला कर्मचारी की कोई भी परवाह है नहीं है। सरकार केसा संदेश को अधिकारी नहीं मानते तो जनता की कैसे मानेंगें। इससे साफ स्तर पर यह जाहिर होता है कि जो विभाग उत्तर प्रदेश शासन की नहीं सुनता है वह फिर कर्मचारी की कैसे सुन सकता है।‌

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