कोरेन्टीन युवक की पॉजिटिव आयी रिपोर्ट
गुजरात से आकर जनपद हुआ था कोरेन्टीन
मड़ावरा। कोराना संकटकाल में जनपद काफी दिनों से अछूता था, किन्तु इसके बाद एक और मरीज की पॉजिटिव रिपेार्ट आने से प्रशासन के होश उड़ गये हैं, मण्डलायुक्त ने मामला संज्ञान में लेते हुये, मरीज को इलाज के लिए झांसी स्थित मेडीकल कॉलेज में भर्ती कराने के आदेश दिये है,
उक्त मरीज गुजरात से जनपद में आया था, साथ ही वह कस्बा मड़ावरा में कोरेन्टीन भी था। स्वास्थ्य विभाग उसकी कोरोना हिस्ट्री तलाशने में जुट गया है। हालाँकि इसके पूर्व कोरोना से मृत हुये मरीज की अभी तक स्वास्थ्य विभाग को हिस्ट्री नहीं मिल पायी है।
जनपद के कस्बा मड़ावरा में कोरेन्टीन किये गये मध्यप्रदेश निवासी एक युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से ललितपुर जनपद में एकबार फिर हडक़म्प मच गया है। जनपद की सीमाओं से सटे मध्य प्रदेश के जिले टीकमगढ़ के ग्राम मनगुवां निवासी युवक अनुराग तिवारी पुत्र जगदीश तिवारी विगत 18 मई को ग्राम सतबांसा निवासी अपने मामा जगदीश दुबे के साथ अहमदाबाद गुजरात से लौटा था उनके साथ जगदीश की पत्नी रेखा अन्य ग्रामीण बाबूलाल एवं नदीम भी आये थे, जिन्हें मड़ावरा स्थित सरस्वती मंदिर महाविद्यालय सेल्टर होम में कोरेन्टाइन किया गया था। चार दिन पहले लिये गये उस युवक की टेस्ट रिपोर्ट मंगलवार सुबह जैसे सार्वजनिक की गई लोगों में सनसनी फैल गयी
वहीं उसके मामा एवं अन्य की रिपोर्ट आना अभी शेष है। बताया गया है कि अनुराग का मामा जगदीश दुबे थाना मड़ावरा के ग्राम संतवासा का निवासी है जो गुजरात के अहमदाबाद में एक साथ काम करते थे। कोविड.19 वायरस के संक्रमण से पॉजिटिव पाये गये अनुराग द्वारा अपनी पहचान छिपाते हुये अपना पता भी ग्राम संतवासा ही दर्ज कराया गया था जिसके चलते उसे मड़ावरा में ही कोरेन्टीन किया गया था।
अनुराग की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे आईसोलेशन के लिये झाँसी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है साथ ही उसके संपर्क में आई मेडिकल टीम, पुलिस एवं अन्य कर्मचारियों के सेम्पल जांच के लिये भेजे जा रहे हैं। वहीं प्रशासन द्वारा संक्रमित पाये गये युवक की टेबलहिस्ट्री भी खंगाली जा रही है, ग्रामीणों की मानें तो अनुराग और उसका मामा जगदीश अहमदाबाद से सतवांसा आकर कुछ देर अपने घर रुके थे और परिजनों से भी मिले थे वहीं इस बात को अनुराग के परिजन नकार रहे हैं । संक्रमित अनुराग का एक अन्य मामा गांव का रोजगार सेवक है
जो लगातार गांव के अन्य ग्रामीणों के संपर्क में बना हुआ है ऐसे में कोरोना संक्रमित युवक की पुष्टि होने के बाद लोगों में अफरातफरी का माहौल है क्योंकि संक्रमित युवक के लगातार संपर्क में रहे कुछ लोगों को रिपोर्ट कुछ भी हो सकती हैं जिससे जनपद में संक्रमण का दायरा बड़ भी सकता है।