शराब का अवैध कारोबार रोकने को की जाती सिर्फ रस्म अदायगी

कच्ची शराब का कारोबार शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से फलफूल रहा ललितपुर। शराब के अवैध कारोबार को कुचलने तथा इसमें लिप्त लोगों को कड़ी सजा दिलाने को लेकर जिले में आबकारी महकमा रस्म अदायगी से आगे बढ़ता नहीं दिखता। पूर्व में सीओ सिटी व शहर कोतवाली पुलिस के साथ आबकारी टीम ने कच्ची

कच्ची शराब का कारोबार शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से फलफूल रहा

ललितपुर।

शराब के अवैध कारोबार को कुचलने तथा इसमें लिप्त लोगों को कड़ी सजा दिलाने को लेकर जिले में आबकारी महकमा रस्म अदायगी से आगे बढ़ता नहीं दिखता। पूर्व में सीओ सिटी व शहर कोतवाली पुलिस के साथ आबकारी टीम ने कच्ची शराब के विरूद्ध अभियान चलाया। लेकिन उसके बाद दूसरे दिन से उसी स्थान पर कच्ची शराब की बिक्री शुरू हो जाती है।


शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग आधा सैकड़ा से अधिक ऐसे जगह हैं, जहां धड़ल्ले से कच्ची शराब तैयार की जाती है। विभाग के संज्ञान में यह सब कुछ होता है, लेकिन कार्रवाई की सुध तभी आती है जब जनपद में कोई बड़ा हादसा हो जाता है या फिर अखबार में समाचार प्रकाशित होता है, तो शासन के आदेश पर पर छिटपुट कार्रवाई के बाद आबकारी महकमा एक बार फिर से पुराने ढर्रे पर लौट जाता है।


मादक पदार्थों के अवैध धंधे का खेल सिर्फ शहर क्षेत्र तक ही सीमित नहीं। कच्ची शराब का अवैध कारोबार जिले में कई ग्रामीणों क्षेत्रों में भी तेजी से फलफूल रहा है। इस पर अंकुश पाने को लेकर आबकारी विभाग एक माह में लगभग एक या दो बार ही कार्यवाही करता है और ज्यादातर दिनों में लापरवाह बना रहता है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लंबे समय से ऐसे कारोबार पर अंकुश पाने के लिए बड़ा अभियान नहीं चल सका है।


अवैध शराब की बिक्री को लेकर आबकारी विभाग कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जनपद की तालबेहट कोतवाली पुलिस ने विगत वर्ष अग्रेजी व हरियाणा निर्मित शराब का एक ट्राला पकड़ा था, लेकिन इसकी भनक तक जिले के आबकारी विभाग को नहीं हो सकी। लॉकडाउन के एक माह पूर्व थाना बानपुर पुलिस ने लगभग दो सौ पेटी अग्रेजी व हरियाण निर्मित शराब की बरामद कर अवैध शराब के बड़े कारोबार का पर्दाफाश कर अवैध शराब मे लुप्त कुछ लोगों को गिरफ्तारी भी हुई थी, लेकिन आबकारी टीम कच्ची शराब के विरूद्ध अभियान चला भी तो खानापूरी से ज्यादा कुछ नहीं रहा।


ग्राम तरगुंवा में जगह जगह बिक रही कच्ची


आबकारी विभाग कुंभकर्ण की नींद में, कर रहा बडे हादसे का इंतजार


तहसील तालबेहट के ग्राम तरगुंवा, कडेसरा कलां, पूराकलां, सेरवास कर्ला, रामपुर, तेरई फाटक सिद्धन की पहाड़ी के नीचे, डोलता, ककरारी में एक किराने की दुकान पर, तेरई फाटक नेहर के पास आद जगह कच्ची शराब बेची जा रहीं है साथ ही शराब शौकीनों की गांव में कई जगह महफिलें सजने लगती हैं इसके बाद शराबी गांव में जमकर उत्पात मचाते हैं।
शराबियों से परेशान कई बार महिलाओं ने कोतवाली पुलिस तालबेहट में शिकायत की मगर पुलिस ने अवैध शराब को बंद कराने में कोई रुचि नहीं दिखाई।

जिसके चलते गांव में लगातार अवैध शराब के ठिकाने बढ़ रहे रहे हैं। गांव के करीब आठ स्थानों से कच्ची शराब व देशी शराब अवैध तरीके से बेची जाती है। जहां शाम होते ही शराबियों का जमघट लग जाता है गांव के अधिकांश युवा पीढ़ी व बूढ़े बुजुर्ग नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं। बर्बाद होती युवा पीढ़ी को बचाने के लिए कई बार लोगों ने पुलिस से शिकायत की मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी तरह काशीराम कॉलोनी में शाम होती है कई जगह शराबियों की महफिले दिखने लगती है।

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