प्रवासी मजदूर का शव सड़ा, परिजनों ने लगाए अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही के आरोप
ललितपुर। एक बार फिर जिला अस्पताल की उदासीना का मामला प्रकाश में आया, प्रवासी मजदूरी की मौत के बाद कोरोना वायरस सैंपल के लिए भेजे गए शव को फ्रेजर में न रखकर उसे सडऩे के छोड़ दिया। मृतक प्रवासी मजदूर का शव लेने आये परिजन ने जिला अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है।
जिला अस्पताल हमेशा से अपनी लपरवाही को लेकर जनपद में चर्चाओं में आता रहा है, जिला अस्पताल में फैली आव्यवस्थाओं को लेकर काफी समय से आरोप लगते चले आ रहे है, लेकिन आज भी हालात जस के तस बने हुए है। कई बार शिकायत करने के बाद भी आलाधिकारियों का इस ओर ध्यान ही नही है, जिसका खामयाजा आम जनता को झेलना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि विगत मंगलवार को जनपद में आये प्रवासी मजदूर को सांस लेने में हो रही दिक्कत के कारण उसकी उपचार के जिला अस्पताल दौरान मौत हो गई मौत हो गई, स्वास्थ विभाग द्वारा मृतक का कोरोना वायरस का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजते हुए शव को मोचर्री में रखवा दिया गया है। मृतक प्रवासी मजदूर बिहार राज्य के जनपद मधुवनी निवासी नसरूद्दीन पुत्र अज्ञात उम्र करीव 60 के परिजनों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उसका भांजा शव को लेने मुख्यालय आ गया, गुरूवार को कड़ी मसक्कत के बाद उसे मृतक की कोरोना वायरस की निगेटिव आई रिर्पोट मिलने पर वह शव को लेने के लिए जिला अस्पताल गया, जहां उसे शव के सड़ जाने की जानकारी हुई।
दिल्ली से आये मृतक के भांजे ने लगाए आरोप
प्रवासी मजदूर की मौत के बाद उसका शव मोचर्री में फ्रेजर में न रखकर जिला अस्पताल में स्थित मोचर्री में रख दिया गया, आखिरकार फ्रेजर की व्यवस्था न होने के कारण शव सड़ गया, मृतक के भांजे ने जिला अस्पताल पर आरोप लगाने के बाद अस्पताल प्रशासन ने शव को नये पोस्टमार्टम हाउस की मोचर्री में रखवा दिया, जब मिलने के बाद मृतक के भांजे ने जिला अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कार्यवाही करने की बात कहकर शव को जिला अस्पताल परिसर में ऐंबुलेंस में रखकर जमकर हगांमा किया।