थक कर सोया कलेजे का टुकड़ा, ट्रॉली बैग खींचती रही मां

संवाददाता-कौशल किशोर विश्वकर्मा May 14, 2020- लाक डाउन एक ओर जहां सरकारें लगातार मजदूरों को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही हैं, वहीं जमीनी हकीकत दावों के बिलकुल उलटा है। कोरोना वायरस के खतरे के बीच दूसरे राज्यों से अपने घरों की ओर लौट रहे प्रवासी मजदूरों की भावुक कर देने वाली तस्वीरें सरकारी दावों पर

संवाददाता-कौशल किशोर विश्वकर्मा


May 14, 2020-

लाक डाउन एक ओर जहां सरकारें लगातार मजदूरों को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही हैं, वहीं जमीनी हकीकत दावों के बिलकुल उलटा है। कोरोना वायरस के खतरे के बीच दूसरे राज्यों से अपने घरों की ओर लौट रहे प्रवासी मजदूरों की भावुक कर देने वाली तस्वीरें सरकारी दावों पर सवाल खड़े कर रही हैं। ताजा तस्वीर आगरा से सामने आई है, जहां पंजाब से उत्तर प्रदेश के महोबा जाने के लिए निकले एक जत्थे में शामिल बच्चा इतना थक गया कि वह चलते हुए ट्रॉली बैग पर ही सो गया।
मजदूरों का कहना था कि वे पंजाब से पैदल निकले हैं, और किसी सरकारी सुविधा के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। रास्ते में अगर कुछ खाने को मिल जाता है तो खा लेते हैं, और जब रात हो जाती है, तो जहां होते हैं वहीं रुक जाते हैं।
मजदूरों के मुताबिक, उनसे रास्ते में कई बार पूछताछ हुई लेकिन किसी ने उनके घर जाने को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की। आपको बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मजदूरों से अपील की थी कि वे जहां हैं, वहीं रहें, उन्हें वापस लाने की व्यवस्था की जाएगी। अपने घरों को जाने के लिए निकले ये मजदूर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से होते हुए पैदल चल रहे हैं।

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