आरोग्य सेतु ऐप से बनी अस्मंजस की स्थिति

सोशल मीडिया पर मचा अजीब सा द्वंदललितपुर। आरोग्य सेतु ऐप की विश्वसनीयता को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा जोरों पर चल रही है। कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा इस ऐप केा जारी किया गया, साथ ही प्रशासन ने आम आदमी को इस ऐप के डॉउन लोड करने की सलाह दी है, इस ऐप में


सोशल मीडिया पर मचा अजीब सा द्वंद
ललितपुर।

आरोग्य सेतु ऐप की विश्वसनीयता को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा जोरों पर चल रही है। कोरोना वायरस को लेकर सरकार द्वारा इस ऐप केा जारी किया गया, साथ ही प्रशासन ने आम आदमी को इस ऐप के डॉउन लोड करने की सलाह दी है, इस ऐप में कोरोना मरीज के बारे में अर्लट किया जाता है, किन्तु जनपद में कुछ अधिक मरीज बता रहा है, जबकि प्रशासन द्वारा ऐसी कोई सूचना नहीं दी गयी है, इन्हीं सब बातों को लेकर जनता में एक बार फिर असमंज की स्थिति हो गयी है।


भारत सरकार ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए एक ऐप आरोग्य सेतु को लाँच किया, साथ ही उससे अधिक से अधिक लोगों को डाउन लोड करने सलाह दी। प्रशासन ने भी इस ऐप को डाउनलोड  करने के लिए लोगों को जागरूक तो वहीं लोगों द्वारा इस ऐप में अधिक मरीज बताने को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा चल रही है, जबकि इसकी प्रमाणिकता नहीं दी गयी है। हालाँकि इस ऐप को लेकर यह भी चर्चा आम हुई थी, कि इससे मोबाइल का डाटा लिक हो रहा है, लेकिन इसकी की भी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पायी थी, किन्तु शनिवार को आरोग्य सेतु को लेकर जो सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल की गयी, जिसमें कई ऐप द्वारा भ्रामक जानकारी देने के बारे में बताया गया, किन्तु इसके बाद जब इसकी पढ़ताल की गयी तो ऐसा कोई तथ्य प्रकाश में नहीं आया है। इसका मूल कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों का भ्रम दूर नहीं किया जाना है।

साथ ही लॉक डाउन के चौथे चरण प्रशासन ने प्रथम चरण भांति बंदिशें लगा दी है, इससे भी जनता में संदेश कुछ अलग ही जा रहा है, अगर जनपद में कोई मरीज नहीं है, साथ ही सभी रिपेार्टें निगेटिव है, तो कोराना मरीजों से संक्रमित जैसी बंदिशें क्यों। हालाँकि इस ओर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है किन्तु आम जनता अन्दर अजीब सा ही द्वन्द चल रहा है। अब लोग इस ऐप व प्रशासन की रिपोटिंग पर सवाल खड़े कर रहे हैं।

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