आजादपुरा मेंं फिर गहराया पेयजल संकट

टैंकर पर उमड़ी लोगों की भीड़ ललितपुर। जिला मुख्यालय में पेयजल किल्लत बरकरार है। पेयजल को लेकर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। टैंकर से पानी लेने को कई मोहल्लों में लोगों की भीड़ उमड़ रही है, जिस कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही हो पा रहा है। मोहल्ला आजादपुरा मेंं नल


टैंकर पर उमड़ी लोगों की भीड़


ललितपुर। जिला मुख्यालय में पेयजल किल्लत बरकरार है। पेयजल को लेकर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। टैंकर से पानी लेने को कई मोहल्लों में लोगों की भीड़ उमड़ रही है, जिस कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही हो पा रहा है। मोहल्ला आजादपुरा मेंं नल नही आने के कारण लोगो लोग काफी परेशान थे। मोहल्ले में टैंकर पहुंचते ही लोगोंं की पानी भरने के लिये भीड़ एकत्रित हो गयी, जिस कारण मजबूरन फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन नही कर सके। लोगोंं का जल संस्थान के विरूद्ध आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोगों ने अब नल आने की उम्मीद भी छोड़ दी है। परन्तु संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस और कोई ध्यान नही है।


शहर के मुहल्लों आजादपुरा मेंं पेयजलापूर्ति न होने की समस्या कोई नई समस्या नही है। यहां पर लोग वर्षो से पानी के लिये परेशान होते चले आ रहे है और लगातार पानी दिलाये जाने की मांग करते आ रहे है। मोहल्ले वासियों ने पानी के लिये जल संस्थान से लेकर जिला प्रशासन तक कई बार पानी की समस्या से निजात दिलाये जाने की मांग उठायी, परन्तु मुहल्लेवासियो की अभी तक कोई सुनवाई नही हुयी है।

जिस कारण लोग आज भी पानी के लिये परेशान है। जल संस्थान की अगर बात करें तो जल संस्थान के विभागीय अधिकारी जानबूझ कर भी अनजान बने हुये है। जल संस्थान के अधिकारियों को समाचार के माध्यम से  व वार्ड के पार्षदों द्वारा पानी की समस्या की जानकारी मिलती रहती है। परन्तु उनका इस समस्या से दूर-दूर तक कोई वस्ता नही है। लोग रोजना जरूरत के पानी के लिये जद्दोजहद कर रहे है। इतना ही नही क्षेत्रवासियों को हैंडपंप से पानी जुटाना पड़ता है तो कई लोग आधा से एक  किलोमीटर दूरी पर पानी भरते हैं,  इसमें छोटे-छोटे बच्चे व वृद्ध भी शामिल रहते हैं।


मुहल्ला आजादपुरा मेंं आज मंगलवार को फिर नल नही आये तो लोग पानी जुटाने मेंं लग गये। जैसे ही सुबह-सुबह मुहल्ले मेंं टैंकर पहुंचा तो टैंकर पर लोगो की भीड़ एक साथ टूट पड़ी, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग नियमों की धज्जियां उड़ गई। शासन द्वारा लगातार गाईड लाइन जारी की जा रहीं,   कि सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करें,  पानी जुटाने समय लोग मजबूरन सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन नही कर पा रहे  है। क्योकि मुहल्लें मेंं लगभग 150- से 200 परिवार निवासरत है, जिसमेंं एक टैंकर से लोगोंं को पर्याप्त पानी नही मिल पाता है। इस लिये टैंकर पर पहले पानी भरने के लिये लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है।


इतना ही नही टैंकर से लोगो को जब पर्याप्त पानी नही मिल पाता है तो वह अपने वर्तन साईकिल, हाथ ठेेले व मोटर साइकिल पर रखकर हैंडपम्पों की तरफ टूट पड़ते है। पानी जुटाने के लिये छोट-छोटे बच्चे व महिला भीषण गर्मी के दौरान तपती धूम में पानी भर रही है। मुहल्लेवासियों का आरोप है कि जल संस्थान द्वारा पानी का टैंकर भेजने का समय निश्चित नहीं है। कभी सुबह तो कभी दोपहर में भेजते है, जिससे मुहल्लेवासियों का जल संस्थान के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

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