लॉक डाउन में राहत मिलने को लेकर शहर में रही गहमागहमी

ललितपुर। केन्द्र सरकार द्वारा 20 अप्रैल के बाद जिन इलाकों में कोरोना मरीज नहीं है, ऐसे जिलों में राहत की घोषणा की थी, किन्तु प्रशासन द्वारा स्पष्ट आदेश जारी न करने के कारण जनता के बीच में असमंजस की स्थिति बनी रही। जनपद में किन दुकानों का खोलने है, साथ ही कौन से निर्माण कार्य

ललितपुर। केन्द्र सरकार द्वारा 20 अप्रैल के बाद जिन इलाकों में कोरोना मरीज नहीं है, ऐसे जिलों में राहत की घोषणा की थी, किन्तु प्रशासन द्वारा स्पष्ट आदेश जारी न करने के कारण जनता के बीच में असमंजस की स्थिति बनी रही। जनपद में किन दुकानों का खोलने है, साथ ही कौन से निर्माण कार्य होने हैं, इसके कोई भी आदेश जारी नहीं किये गये। साथ ही ऐसा ही लॉक डाउन चलते 15 मई तक धारा 144 बढ़ाने के आदेश जारी किये हैं।

साथ ही जिले में 3 मई से पहले कोई भी लॉक डाउन में सुधार के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में 3 मई तक लॉक डाउन बढ़ा दिया गया है। हालाँकि जिन जनपदों में कोरोना के मरीज नहीं हैं, उन्हें 20 अपै्रल से राहत देने की घोषणा की गयी थी, लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में निर्देश जारी किये।

लेकिन इसकी पूरी जिम्मेदारी जिलाधिकारी को सौंप दी गयी। लेकिन जनपद में नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ ही किसी प्रकार की हानि न हो जाये, इसलिए उन्होंने जनपद में किसी भी प्रकार की स्थिलता नहीं बरती है। पूर्व की भांति ही लॉक डाउन को प्रभावी रखा गया है। जबकि माना जा रहा था दिहाड़ी मजदूरों को इस राहत से काफी लाभ मिलेगा, चूँकि सरकार द्वारा निर्माण प्रारम्भ करने की घोषणा की गयी थी।

लेकिन लॉक डाउन के प्रभावी होने से मजूदरों को खासी परेशानी हुई है। यही नहीं दिन भर बाजार खुलने को लेकर गहमा गहमी बनी रही, साथ प्रशासन ने भी पूरी शक्ति बतायी है। प्रशासनिक स्पष्ट घोषणा न होने से लोगो को खासी परेशानी हो रही है। 

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