तालबेहट।
नगर पंचायत अध्यक्षा द्वारा प्रभारी निरीक्षक पर अपने सफाई कर्मी व पार्षदो पर अभ्रदता करने का आरोप लगाते हुए आईजी परिक्षेत्र को ज्ञापन भेजा गया था। इसके बाद शुक्रवार को न0प0 अध्यक्षा एवं पार्षदों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रभारी निरीक्षक पर झूठे आरोप में फंसाने की साजिश रचने समेत कई गंभीर आरोप लगाते हुए ज्ञापन भेज कर जांच की मांग की।जिलाधिकारी को भेजे गए ज्ञापन में बताया कि कोरोना आपादा संकट के समय जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग व पुलिस प्रशासन के साथ ही सफाई कर्मचारियों व नगर पंचायत कर्मी अपने अपने स्तर पर जरूरतमंदों की सेवा कर रहे है। पुलिस कर्मी व पत्रकार भी जान जोखिम में डालकर आपदा संकट में सहयोगी बन रहे।
वहीं दूसरी ओर लॉक डाउन के दौरान प्रभारी निरीक्षक मनोज वर्मा अपने पद व वर्दी की हनक में लॉक डाउन के बाहर रखी गई संस्थाओं के कर्मियों व पार्षदों के साथ अभद्रता कर रहे है जो अशोभनीय है। इससे शासन की छवि खराब हो रही है। पार्षद अरविन्द कोरी के सिपाहियों द्वारा अभ्रदतापूर्ण व्यवहार करते हुए मोटरसाइकिल पंचर की गई। बीते दिवस नगर पंचायत कर्मी भोजन पैकेट वितरित कर रहा था तो पुलिस द्वारा उसकी बाइक पंचर कर अभ्रदता की गई। जिसकी शिकायत नगर पंचायत बोर्ड बैठक में अवगत कराते हुए पुलिस के उच्च अफसरों से की गई। प्रभारी निरीक्षक द्वारा की गई अभ्रदता पर यदि कार्यवाही नही गई तो नगर पंचायत कर्मी कार्य बहिष्कार करने को बाध्य होगें। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
प्रभारी निरीक्षक शिकायत पर बौखला गए और नगर पंचायत अध्यक्ष पति व व्यापार मंडल अध्यक्ष विजय किशोर सोनी व उनके सहयोगियों पर झूठे मुकदमें की धमकी दे रहे है। प्रभारी निरीक्षक के संरक्षण में अनैतिक कारोबार किए जा रहे है तथा शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नही की जाती। प्रभारी निरीक्षक की कार्यप्रणाली जनहित में नही है अत: इस मामले की जांच करा कर उचित कार्रवाई की जाऐ। ज्ञापन के दौरान अध्यक्षा मुक्ता सोनी, पार्षद-कुसुम बाल्मीकि, ममता सोनी, पिंकी बाल्मीकि, अरविन्द कोरी, सीमा चक्रेश जैन, मनोज पुरोहित, कृष्णकांत पस्तोर, रामू खटीक, अवधेश पारिया, अनीशा बेगम मौजूद रही।
प्रभारी निरीक्षक मनोज वर्मा ने आरोपों को नाकाराइस पूरे प्रकरण में प्रभारी निरीक्षक मनोज वर्मा ने कहा कि पार्षद व किसी भी कर्मचारी के साथ अभ्रदता नही की गई। नगर पंचायत के सफाई कर्मी व पार्षद नगर पंचायत अध्यक्षा के अधीन होते उनके सहयोगी होते है। तालबेहट के आम नागरिकों से पता किया जाए कि क्या कभी कोई अभ्रदता की गई। यदि दोषी पाए जाए तो कार्रवाई की जाए।