अटरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पेयजल संकट गहराया नहीं है चिकित्सकों की मूल सेवाएं

अटरिया सिधौली सीतापुर ,अटरिया गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगा हुआ इंडिया मार्का हैंडपंप जो कि काफी समय से खराब पड़ा हुआ है जिससे स्वास्थ्यकेंद्र की पेयजल व्यवस्था बदहाल हो गई स्वास्थ्यकेंद्र के डॉ. राहुल सिंह से संवादाता ने बदहाल व्यवस्था के बारे में जानकारी ली गई तो ज्ञात हुआ कि स्वास्थ्यकेंद्र के M.O.I.C

अटरिया सिधौली सीतापुर ,अटरिया गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगा हुआ इंडिया मार्का हैंडपंप जो कि काफी समय से खराब पड़ा हुआ है जिससे स्वास्थ्यकेंद्र की पेयजल व्यवस्था बदहाल हो गई स्वास्थ्यकेंद्र के डॉ. राहुल सिंह से संवादाता ने बदहाल व्यवस्था के बारे में जानकारी ली गई तो ज्ञात हुआ कि स्वास्थ्यकेंद्र के M.O.I.C डॉक्टर फैसल अहमद जोकि कोरोना वायरस की महामारी की वजह से सिधौली C,H,Cमें इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात है और वे अटरिया स्वास्थ्यकेंद्र में सिर्फ नाम की ड्यूटी कर रहे हैं डॉक्टर राहुल ने जानकारी देते हुए बताया प्रदेश के मुखिया ने प्रदेश की सभी ओपीडी सेवाओं को बंद करने के आदेश दिए हैं किंतु अटरिया स्वास्थ्यकेंद्र में इमरजेंसी सेवा ना होते हुए भी वाह ड्यूटी पर कार्यरत हैं डॉ राहुल सिंह से स्वास्थ्यकेंद्र की सुविधाओं और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली गई तो जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्यकेंद्र में पहली तो पेयजल व्यवस्था दुरुस्त नहीं है

जिसकी जानकारी  जनप्रतिनिधियों सहित विभाग को भी कई बार अवगत कराया जा चुका है किंतु स्वास्थ्य केंद्र परिसर में लगा इंडिया मार्का हैंडपंप अभी तक दुरुस्त नहीं हो पाया है वही स्वास्थ्यकेंद्र में मरीजों के उपयोग हेतु शौचालय व्यवस्था का अभाव है इस महामारी के संकट के समय में एमरजैंसी ड्यूटी कर रहे हैं डॉक्टरों को रहने के लिए क्वार्टर का भी बड़ा अभाव है क्योंकि कोरोनावायरस एक ऐसी महामारी है जो ह्यूमन टू ह्यूमन मूलतः छूने से फैल रही है जिस कारण बस वह किसी नजदीकी के भवन में निवास भी नहीं कर सकते अतः स्वास्थ्य केंद्रों और सीएचसी में इमरजेंसी ड्यूटी कर रहे अनेक डॉक्टरों का हाल बेहाल है फिर भी वह इस संकट की घड़ी में विभाग और शासन प्रशासन के कंधे से कंधे मिलाकर चलते रहेंगे और इस महामारी के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए उचित से उचित इलाज उपलब्ध कराने का प्रयास निरंतर जारी है साथ ही बताया स्वास्थ्यकेंद्र में पेयजल के समुचित प्रबंधों इलेक्ट्रिसिटी शौचालय व्यवस्था और निवास व्यवस्था का अभाव है।

इससे गर्मी का दौर शुरु होते ही पेयजल समस्या हो गई है। जानकारी के अनुसार यहां प्रतिदिन चालीस से पचास रोगियों की ओपीडी होती थी  । ऐसे में अटरिया गांव के साथ ही  स्थित विभिन्न दूरदराज के गांवों से उपचार के लिए आने वाले रोगियों की संख्या बढ़ रही थी।  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अटरिया में पीने के पानी की व्यवस्था के नाम पर परिसर में मात्र एक हैंडपंप लगा है। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है यह व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। ऐसे में उपचार के लिए आने वाले रोगियों ग्रामीणों के साथ ही विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

कैसे करें कोरोना वायरस से बचाओ

डॉ राहुल सिंह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अटरिया
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अटरिया में तैनात डॉ राहुल सिंह के अनुसार कोरोनावायरस को समझदारी और सूझबूझ से फैलने से रोका जा सकता है
संक्रमण को कैसे रोकें
1 -एक दूसरे से लगभग 2 मीटर दूर रहे
2 -अपने मुंह और नाक को मास्क या कपड़े से कवर करें 
3 -छींकने या खांसते समय अपने मुंह को कपड़े से ढके
4 -अपने हाथों को दिन में कई बार साबुन से 20 से 25 मिनट तक साफ करें

5- अपने नाक कान आंख और मुंह को कम से कम स्पर्श करें
(कैसे करें हाथों की सफाई)
अटरिया स्वास्थ्यकेंद्र तैनात डॉ राहुल सिंह के अनुसार हाथों को( सुमन -के) विधि के अनुसार साफ करें
क्या है (सुमन -के ) विधि
1-स- का मतलब है -अपने हाथों को 4 से 5 मिनट सीधा साबुन से साफ करें
2- उ, की मात्रा का मतलब -4 से 5 मिनट तक अपने हाथों को उल्टा  करके साबुन से साफ करें
3- म ,का मतलब है – 4 से 5 मिनट तक हाथों की मुट्ठी को बंद रखकर साबुन से साफ करें
4- न, का मतलब है – हाथ की उंगलियों के नाखूनों को 4 से 5 मिनट तक साबुन से साफ करें
इस प्रकार अटरिया स्वास्थ्यकेंद्र में तैनात डॉ राहुल सिंह के अनुसार समस्त देशवासियों को लाक डाउन का पालन करते हुए एक दूसरे से दूरी बनाए रखें अपने घरों से बाहर ना निकले और लोगों के संपर्क में ना आते हुए भीड़भाड़ वाली एरिया में जाने से बिल्कुल बचे तभी इस भयानक महामारी से बचा जा सकता है

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