प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लापरवाही की भेंट चढ़ा रेबीज इंजेक्शन से लेकर मास्क नहीं, मरीज परेशान

पाली /हरदोई। दुनिया भर में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश सरकार के सभी महकमें अलर्ट पर हैं, खासकर स्वास्थ्य विभाग को हाई अलर्ट पर रखा गया है। लेकिन हरदोई जिले के भरखनी इलाके में स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी दिखाई दे रही हैं। सरकारी दावों के विपरीत यहां की जमीनी हकीकत कुछ और ही

 पाली /हरदोई। दुनिया भर में कोहराम मचाने वाले कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश सरकार के सभी महकमें अलर्ट पर हैं, खासकर स्वास्थ्य विभाग को हाई अलर्ट पर रखा गया है। लेकिन हरदोई जिले के भरखनी इलाके में स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी दिखाई दे रही हैं। सरकारी दावों के विपरीत यहां की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। भरखनी ब्लॉक के पाली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर न तो मास्क ही उपलब्ध हैं, और न ही रैबीज इंजेक्शन एवं दवाइयां ही।  यहां आने वाले मरीजों को खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।हजारों लोगों की सेहत का जिम्मा संभालने वाले पाली के न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के जिम्मेदार लापरवाही के मामले में रिकार्ड बनाने पर तुले हुए हैं। पीएचसी पर आने वाले मरीजों ने बताया कि वह जब भी यहां दवा लेने आते हैं, तो यहां के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अधिकतर नदारद रहते हैं।

पता चला है कि शनिवार से सोमवार तक वह अपने निजी आवास पर परिवार के साथ रहते हैं। शेष दिनों में जिला और प्रदेश स्तर पर विभागीय मीटिंग में व्यस्त रहते हैं। लिहाजा पीएचसी की स्वास्थ्य सेवाएं लापरवाही की भेंट चढ़ती आ रही है। यहां आए एक मरीज ने बताया कि वह पिछले कई दिनों से रेबीज इंजेक्शन के लिए आ रहा है।

लेकिन यहां बताया गया कि एक भी रैबीज इंजेक्शन अस्पताल में मौजूद नहीं है। आपको बता दें कि क्षेत्र में बंदरों का खास आतंक है, और यह बंदर अब हिंसक रूप अख्तियार कर लोगों पर हमला कर रहे हैं। जिनमें तमाम लोग अब तक घायल हो चुके हैं। जब लोग पाली पीएससी पर रैबीज इंजेक्शन के लिए आते हैं, तो उन्हें बता दिया जाता है कि इंजेक्शन अभी उपलब्ध नहीं है।

इस बारे में जानकारी की गई, तो यहां मौजूद डॉक्टर रघुनाथ अग्निहोत्री ने बताया ने बताया कि पिछले एक माह से रेबीज इंजेक्शन पीएचसी पर उपलब्ध नहीं है। जिला मुख्यालय से इसके लिए डिमांड की गई है, और जल्द ही लोगों के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा। वहीं कोरोना का खौफ लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से मास्क उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन पाली पीएचसी पर एक भी मास्क उपलब्ध नहीं है। लिहाजा लोग महंगे दामों पर दुकानों से मास्क खरीदने को मजबूर है।

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