होली के रंग हो गए भंग ग्राम पंचायत प्रधानों की निशुल्क मदिरा के संग

लखनऊ काकोरी मलीहाबाद माल सहित तमाम ग्राम पंचायतों में प्रधानों ने ग्रामीण वोटरों को खुश करने के लिए होली के दिन सुबह से शाम तक बाटी शराब जबकि अभी प्रधानी चुनाव में काफी समय है लेकिन होली के मौके पर तमाम ग्राम सभा के प्रधानों ने अपने वोटरों को खुश करने के लिए सुबह से शाम

लखनऊ काकोरी मलीहाबाद माल सहित तमाम ग्राम पंचायतों में प्रधानों ने  ग्रामीण वोटरों को खुश करने के लिए होली के दिन सुबह से शाम तक बाटी शराब जबकि अभी प्रधानी चुनाव में काफी समय है लेकिन होली के मौके पर तमाम ग्राम सभा के प्रधानों ने अपने वोटरों को खुश करने के लिए सुबह से शाम तक खुलेआम बाटी शराबकाकोरी माल  मलिहाबाद  सहित तमाम ग्राम सभाओं मे  अभी से अपनी दावेदारी प्रस्तुत करते हुए नजर आ रहे हैं

जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र की जनता को होली में मुफ्त मदिरा का तोहफा दिया है सभी ग्राम प्रधानों ने प्राप्त जानकारी के अनुसार काकोरी क्षेत्र के मुजफ्फरनगर पलिया में भी यह दौर सुबह से शाम तक निरंतर जारी रहा जिसके जिसके चलते हैं होली वाले दिन सुबह से ही तमाम ग्राम प्रधानों के घरों पर ग्रामीणों की भीड़ सुबह से रात तक देखने को मिली ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधान का पद बहुत अहम रहता है जिसके चलते सभी प्रधान अभी से अपनी कमर कसते हुए नजर आ रहे हैं

और अपनी अपनी दावेदारी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रस्तुत कर रहे हैं जिसके चलते शाम दाम दंड भेद की नीति अपनाने से भी यह ग्राम प्रधान बाज नहीं आ रहे हैं अगर सूत्रों की माने तो इन ग्राम प्रधानों द्वारा लगभग अब तक लाखों रुपए की मदिरा स्थानीय ग्रामीणों को बांटी जा चुकी हैप्राप्त जानकारी के अनुसार ताजा मामलामलिहाबाद की ग्राम पंचायत खड़ौहां में बीते 2 दिन पहले प्रधानी जीतने के लिए ग्राम प्रधान ने 7 मजरों के महिला व पुरुषों को लगभग 28 लाख के कपड़े बांटे थे। वोटरों को लुभाने के लिए प्रधान ने होली के दिन ग्रामीणों को शराब बांटी जिसे पीकर एक ग्रामीण भगवानदीन पुत्र मैकू पासी की मौत हो गयी और कई लोगो मे अमर सिंह पुत्र चंद्रिका सिंह 40 वर्ष व बाबूलाल व मनीराम 35 वर्ष सहित कई लोग गम्भीर हैं।

जानकारी में ये भी आया है कि होली के दिन प्रधान ने कही बाहर से सस्ती जहरीली शराब मंगाकर ग्रामीणो को पिलाई थी।सूत्रों की माने तो ग्राम प्रधान मलिहाबाद पुलिस से साठगांठ कर मामले को दबाने में जुटा।वही उसी गांव के बाबूलाल की हालत ट्रामा सेंटर में नाजुक बनी हुई है। बाबूलाल की पत्नी राजेश्वरी ने कोतवाली मलिहाबाद पहुंचकर पुलिस को ग्राम प्रधान के नामजद तहरीर दी लेकिन पुलिस ने महिला से तहरीर लेने से मना करते हुए कोतवाली से भगा दियातो प्रधान ने होली के दिन इस पूरे घटनाक्रम में  एक बात यह है कि  चंद वोटों के लिए इन तमाम ग्राम प्रधानों को किसी की जान को खतरे में डालने का कोई अधिकार नहीं है

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