प्रधान व सचिव की मिलीभगत से सोलर व स्ट्रीट लाइट चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट

बेलाताल-महोबा:- ग्राम पंचायत सिरमौर में लगभग एक साल से नहीं जल रही हैं सोलर व स्ट्रीट लाइट ।ग्राम वासियों का कहना है कि यह लाइट लगने के बाद कुछ ही दिनों में बंद हो गई सिरमौर गांव में लगभग 15-16 लाइटें व 40 स्ट्रीट लाइट 14वें वित्त योजना से ग्राम प्रधान द्वारा लगवाई गई थी

बेलाताल-महोबा:- 

ग्राम पंचायत सिरमौर में लगभग एक साल से नहीं जल रही हैं सोलर व स्ट्रीट लाइट ।ग्राम वासियों का कहना है कि यह लाइट लगने के बाद कुछ ही दिनों में बंद हो गई सिरमौर गांव में लगभग 15-16 लाइटें व 40 स्ट्रीट लाइट 14वें वित्त योजना से ग्राम प्रधान द्वारा लगवाई गई थी

जिसमें सोलर लाइट प्रति 24000 रुपये व स्ट्रीट लाइट प्रति 6000 के अनुसार लगवाई गई जिनकी वास्तविक कीमत सोलर लाइट की 10000 रुपये व स्ट्रीट लाइट की ₹800 के लगभग होती है यह लाइट लगवाने में ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा मिलीभगत कर योजना की धनराशि का बंदरबांट किया गया है जिसमें आधे से भी अधिक कमीशन खाया गया है इसी कारण गांव में यह लाइटें बंद पड़ी है ।

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत ग्राम पंचायतों को 14वें वित्त योजना के तहत धन आवंटित किया गया था जिसमें मुख्य रूप से गांव में प्रकाश की व्यवस्था की जाए पानी की निकासी की जाए साफ सफाई की जाए व सड़कें बनाई जाएं लेकिन धन के लालच में ग्राम पंचायत अधिकारी व प्रधान द्वारा अपनी ग्राम पंचायतों का आधे से भी अधिक धन गुणवत्ता विहीन लाइटों को खरीदकर बराबर किया गया है और कमीशन की मोटी रकम को अपनी जेबों में भर लिया गया है जबकि शासनादेश के अनुसार नेडा विभाग की ही लाइट लगना थी ।

लेकिन इस को दरकिनार कर फर्जी कंपनियों की लाइट आपूर्ति कर लगाई गई हैं जो चंद दिनों में ही बंद हो गई गांव के निवासी रामस्वरूप पाल का कहना है कि मेरे दरवाजे पर सोलर लाइट लगी और 1 हफ्ते में ही बंद हो गई मैंने इस संबंध में ग्राम प्रधान को कई बार कहा ग्राम प्रधान भी इसी मोहल्ले का है लेकिन उसने खाते में धन न होने की बात कह कर टाल दिया ।

इसी तरह गांव में राम जानकी मंदिर के पास माधव बाबा चबूतरा के पास भी लाइटें खराब पड़ी है इसी तरह गांव में 40 स्ट्रीट लाइटों में से मात्र 8 लाइटें ही जल रही है।

बाकी सब बंद पड़ी है । ग्रामवासी परसराम ,पाल मूरत सिंह पाल, रामस्वरूप, बालकिशन ,रंजन पाल ,आदि शासन प्रशासन से अपील करते हैं कि ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही की जाए और गांव में प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लाइटों का दुरुस्ती करण करा कर ठीक करवाया जाए ।

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