भाजपा के कद्दावर नेताओं पर लगे जमीन पर कब्जा करने के आरोप

दल बदलू नेता नही आ रहे अपनी आदतों से वाज ललितपुर। प्रदेश में सत्ता बदलते ही दल बदलू नेता जमीन पर कब्जा व अनाधिकृत कार्यो को छिपाने के लिए सत्ताधारी पार्टी का दामन थाम कर पार्टी की छबी धूमिल करते चले आ रहे है। हाल में एक ऐसे ही दल बदलू नेता द्वारा अपने अन्य

दल बदलू नेता नही आ रहे अपनी आदतों से वाज

ललितपुर।

प्रदेश में सत्ता बदलते ही दल बदलू नेता जमीन पर कब्जा व अनाधिकृत कार्यो को छिपाने के लिए सत्ताधारी पार्टी का दामन थाम कर पार्टी की छबी धूमिल करते चले आ रहे है। हाल में एक ऐसे ही दल बदलू नेता द्वारा अपने अन्य साथियों ने साथ नेशनल हाईवे पर स्थित एक जमीन पर जबरन कब्जा करने व धमकाने का मामला प्रकाश में आया है। पीडि़त ने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को शिकायती  पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है।

 मुहल्ला रैदासपुरा निवासी मन्नूलाल पुत्र छत्ते कि उसकी जमीन जोकि नेशनल हाईवे पर स्थित है, जिस पर नपा के पूर्व अध्यक्ष की काफी समय से बुरी नियत थी, बेशकीमती जमीन को हथयाने के लिए दल बदलू नेता जो वर्तमान में भाजपा पार्टी में शामिल है, बृहस्पतिवार को पूर्व नपा अध्यक्ष अपने अन्य साथियों के साथ जमीन को हथियाने के लिए जा पहुंचे, जहां उन्होंने अपने साथियों के साथ मौके पर जा पहुंचे ओर जमीन के काश्तकार के साथ गाली गलौज कर जमीन को खाली करने की बात करने लगे,

विरोध करने पर आरोपित सत्ता की हनक में जान से मार कर जबरन कब्जा करने की बात कहते हुए चले गए, पीडि़त ने जब रजिस्ट्रार कार्यालय में इस बात की जानकारी की तो पता पड़ा कि विपक्षियों ने विना किसी अधिकार के पूर्व नपा अध्यक्ष ने एक महिला के पक्ष में पिछड़ा मोर्चा भाजपा के अध्यक्ष को गवाह बनाकर फर्जी विक्रय पत्र तैयार कराकर धोखाधड़ी कर जमीन हथियाने का ताना वाना बुन लिया। पीडि़त ने पुलिस व प्रशासन को शिकायती पत्र देकर पूर्व नपा अध्यक्ष व पिछड़ा मोर्चा के जिलाध्यक्ष सहित अन्य लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।बाक्स . . . . जमीनों के मामले में हमेशा चर्चित रहे है

दल बदलू नेतासपा पार्टी छोड़ कर अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए पूर्व नपा अध्यक्ष ने भाजपा पार्टी का दामन थाम लिया, पार्टी में आने के बाद उन्होंने जिला पंचायत के सदस्यों को मैनिज कर अपनी पुत्रबधु को जिला पंचायत अध्यक्ष बना दिया। सत्ता का पावर मिलने से पहले जो स्वंय ही जमीनी मामलों के कारण पुलिस व प्रशासन के चक्कर काटता था, आज वही सत्ते की आड़ में दंबगई के बल पर फर्जी दस्ताबेज तैयार कर दूसरों की जमीन पर कब्जा करने का काम कर रहा है। इन्ही दल बदलू नेताओं की बजय से सत्ताधारी पार्टी की छवी धूमिल हो रही है।

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