कोराव में जाम लगने से राहगीरों को बड़ी समस्या

स्वतंत्र प्रभात कोरांव, प्रयागराज-नगर पंचायत कोरांव में जाम की समस्या हल न होने वाली समस्या बन चुकी है। नगर प्रशासन व तहसील प्रशासन द्वारा स्थानीय व्यापारियों व गैरजिम्मेदार वाहन चालकों को दी जाने वाली चेतावनी पूरी तरह बेअसर साबित हो रही है। हालात यह है कि मध्यप्रदेश के रीवांएसीधी व शहडोल के कोरांव से

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कोरांव, प्रयागराज-नगर पंचायत कोरांव में जाम की समस्या हल न होने वाली समस्या बन चुकी है। नगर प्रशासन व तहसील प्रशासन द्वारा स्थानीय व्यापारियों व गैरजिम्मेदार वाहन चालकों को दी जाने वाली चेतावनी पूरी तरह बेअसर साबित हो रही है। हालात यह है कि मध्यप्रदेश के रीवांएसीधी व शहडोल के कोरांव से होकर गुजरने वाले राहगीरों को घंटों जाम का सामना करना पड़ जाता ह। इतना ही नहीं कई बार तो एम्बुलेंस भी घंटों जाम में फंसी रह जाती हैए जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिला मुख्यालय से लगभग 70 किमी दूर स्थित नगर पंचायत कोरांव से होकर ही प्रयागराज व लखनऊ के लिए रास्ता जाता है। इस प्रकार मध्यप्रदेश के रीवांएसीधी व शहडोल के यात्रियों के लिए यह मार्ग काफी सुगम और कम दूरी वाला है। मगर इन दिनों कोरांव बाजार में दिन में कई बार लगने वाले जाम ने इन राहगीरों की समस्या बढ़ा दी है। मध्यप्रदेश से आने वाले इन वाहनों को कोरांव पार करने में ही घंटे भर लग जाते हैं।

‌जाम लगने के प्रमुख कारण.

‌नगर में आए दिन लगने वाले भारी जाम का प्रमुख कारण स्थानीय व्यापारियों द्वारा अपनी दुकानें नाली के बाहर सड़क पर लगाना है। ये दुकानदार अपनी दुकानों को सड़क के किनारे बने नाले के बाहर सड़क तक लगा लेते हैं। इसी प्रकार नगर पंचायत के व्यस्ततम क्षेत्रों में ही डग्गामार वाहनों की बेतरतीब मौजूदगी भी जाम का एक प्रमुख कारण है। इसी प्रकार देहात व स्थानीय व्यापारियों के गैरजिम्मेदार वाहन चालक भी लबे सड़क पर अपने वाहन खड़े कर जाम की समस्या पैदा कर देते हैं। इलाकाई पुलिस द्वारा इन वाहन चालकों के विरुद्ध कार्यवाही न किए जाने से इनके हौंसले बढ़े हुए हैं। यदि उक्त समस्याओं का ईमानदारी पूर्वक निस्तारण नही किया गया तो यह समस्या खत्म नही हो सकती। तहसील प्रशासन व नगर प्रशासन द्वारा उक्त समस्या को हल करने में बरती जा रही उदासीनता ने राहगीरों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है।
‌‌यह समस्या स्थानीय व्यापारियों द्वारा बढ़कर दुकाने लगाने व बेतरतीब वाहन खड़ा करने से होती है। पुलिस अभियान चलाकर इनके विरुद्ध कार्यवाही करेगी।

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