जनपद स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस का हुआ आयोजन

हमीरपुर-कोविड19 के दृष्टिगत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जनपद स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में तहसील सदर हमीरपुर में संपन्न हुआ। इस अवसर पर कुल 44 शिकायतें प्राप्त हुई , जिसमें से 08 शिकायतों का मौके पर गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण किया गया। संपूर्ण समाधान दिवस के


हमीरपुर-कोविड19 के दृष्टिगत सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जनपद स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में तहसील सदर हमीरपुर में संपन्न हुआ। इस अवसर पर कुल 44  शिकायतें प्राप्त हुई , जिसमें से   08  शिकायतों का मौके पर गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण किया गया। संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर आने वाले फरियादियों की  कोविड-19 डेस्क के माध्यम से  थर्मल स्क्रीनिंग व पल्स ऑक्सीमीटर से जांच भी की गयी।सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी ने कहा कि सभी अधिकारियों द्वारा कोविड-19 के दृष्टिगत पूरी सावधानी व सुरक्षा उपकरण के साथ ही जन समस्याओं को सुनें व उनको निस्तारित करें । उन्होंने कहा कि सड़कों पर किसी भी दशा में अन्ना गोवंश नहीं  दिखना चाहिए, अतः शत प्रतिशत अन्ना पशुओं को  गौशालाओं में ही संरक्षित किया जाए,  सड़कों पर  अन्ना गोवंश घूमते पाए जाने पर संबंधित खंड विकास अधिकारी  की भूमिका तय की जाएगी   तथा कार्यवाही की जाएगी।

उन्होंने कहा कि ऐसे पशुपालक जो अपने जानवरों को अन्ना छोड़ दे रहे हैं उनको चिन्हित कर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए। उन्होंने जनसमस्याओं को सुनने के पश्चात उनके निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया तथा कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस  ,आईजीआरएस पोर्टल,  मुख्यमंत्री संदर्भ , 1076 के संदर्भ तथा मा0 जनप्रतिनिधियों से प्राप्त  शिकायतों का निष्पक्षता पूर्वक समयबद्ध ढंग से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाए। कहा कि शिकायतों का  निस्तारण 1 सप्ताह में कर दिया जाए यदि किसी कारणवश 1 सप्ताह में निस्तारण ना हो पाए तो उसकी अंतरिम आख्या अवश्य प्रस्तुत  कर दी जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न माध्यमों से  प्राप्त शिकायतों  का ससमय व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है  अतः सभी अधिकारियों द्वारा शासन की मंशानुरूप कार्य किया जाए। शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए ताकि शिकायतकर्ता को बार-बार परेशान ना होना पड़े ।

उन्होंने कहा कि जिस स्तर की शिकायत है उसका उसी स्तर पर निस्तारण अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्राप्त होने वाली शिकायत पर सभी संबंधित अधिकारियों द्वारा शिकायत की प्रकृति को देखते हुए टिप्पणी व अपना अभिमत अंकित करते हुए शिकायतकर्ता को निस्तारण की समय अवधि सहित अन्य जरूरी बातों के बारे में बताया जाए ताकि शिकायतकर्ता को तत्काल शिकायत के निस्तारण में लगने वाले समय व उसकी समस्या के समाधान संबंधी आवश्यक जानकारी तत्काल मिल सके । उन्होंने कहा कि जमीन से संबंधित शिकायत पर पुलिस व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम मौके पर जाकर उसका निस्तारण करे। 

   इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी जिलास्तरीय अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि  आई0जी0आर0एस0 सहित विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों का सभी अधिकारियों द्वारा निष्पक्षता से समयबद्ध ढंग से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाय। कोई भी शिकायत डिफाल्टर श्रेणी में ना आने पाए, डिफाल्टर श्रेणी में शिकायत पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक , मुख्य विकास अधिकारी , ज्वाइंट मजिस्ट्रेट /उपजिलाधिकारी सदर , सी0एम0ओ0   तथा अन्य संबंधित विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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