किसानों से अवैध वसूली का वीडियो शोसल मीडिया पर वायरल

अम्बेडकर नगर भीटी भ्रष्टाचार में लिप्त गन्ना समित के गन्ना पर्यवेक्षक के पद पर नियुक्त राजेन्द्र प्रसाद का किसानों से अवैध धन उगाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसमें गन्ना पर्यवेक्षक के द्वारा नये सट्टा बनवाने के नाम पर 221 रुपए शुल्क के अतिरिक्त 110-110 की दो दवाइयां दी जा रही

अम्बेडकर नगर

भीटी

भ्रष्टाचार में लिप्त गन्ना समित के गन्ना पर्यवेक्षक के पद पर नियुक्त राजेन्द्र प्रसाद का किसानों से अवैध धन उगाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है जिसमें गन्ना पर्यवेक्षक के द्वारा नये सट्टा बनवाने के नाम पर 221 रुपए शुल्क के अतिरिक्त 110-110 की दो दवाइयां दी जा रही हैं

जिसके बदले में किसानों से ₹500 वसूले जा रहे हैं जब की दवा के शुल्क का कोई भी रासीद नही दिया जा रहा है। वही दवा का पैसा किसानों के खाते से समिति के द्वारा गन्ना आपूर्ति के बाद काटा जाता है फिर भी गन्ना पर्यवेक्षक के द्वारा क्षेत्र के हजारों किसानों से अवैध धन उगाही की जा चुकी हैं ।गन्ना समित की क्षेत्रीय ऑफिस भीटी तहसील क्षेत्र के चनहा चौराहे पर संचालित है।

जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर पीड़ित किसान ने वायरल कर दिया। सम्मनपुर छितौना निवासी जितेंद्र दुबे ने अपनी पत्नी का नया सट्टा बनवाने सरकारी गन्ना विकास समिति के क्षेत्रीय कार्यालय चनहा चौराहे पर गये थे जहां पर गन्ना पर्यवेक्षक के पद पर नियुक्त राजेंद्र प्रसाद ने ₹500 का माँग किया तो किसान ने इसका विरोध करते हुए पूछा कि आप किस चीज का ₹500 ले रहे हो तो गन्ना पर्यवेक्षक ने बताया कि जो दवा दे रहे हैं

उसी का ले रहे हैं लेकिन उस दवा पर 110 रुपया प्रति डिब्बा अंकित था और किसानों को दो डिब्बे दवा दे रहे थे जब किसान ने कहा इसका भी पर्ची काट दीजिए तो गुस्से में गन्ना पर्यवेक्षक ने कहा कि पर्ची नहीं काटेंगे जो करना होगा कर लेना। किसानों का कहना है जो लोग ₹500 नहीं देते हैं उनका सट्टा निरस्त करने का भी धमकी देता है और ऐसा हो भी रहा जिससे किसान को पर्ची ना मिलने से काफी मशक्कत करना पड़ता है फिर भी समय से गन्ने की पर्ची नहीं मिल पाती है ।

किसानों का कहना है कि यह खेल लंबे समय से चल रहा है लेकिन इसके खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है इसके साथ कई और लोग मिलकर किसानों से सट्टा बनवाने के नाम पर दलाली करते हुये बराबर देखे जा सकते हैं। अब देखना यह है कि संबंधित अधिकारी गन्ना पर्यवेक्षक राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ क्या कार्यवाही करते है।

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