पेयजल की बढ़ी किल्लत
ब्यूरो रिपोर्ट -जयदीप शुक्ला
इटियाथोक गोण्डा-
ब्लाकक्षेत्र में अनेक इंडिया मार्का हैण्डपम्प खराब होकर धूल चाट रहे है, जबकि अनेको दूषित जल या फिर रेत दे रहे है।भीषण गर्मी में छोटे घरेलू नल का दूषित पानी पीकर ग्रामीण अपनी प्यास बुझाने को मजबूर है। विभाग के जिम्मेदार ग्रामीणों की समस्या को जानते हुए भी इन्हें दुरुस्त करवाने में रूचि नही ले रहे है।
स्कूल हो या गांव, फिर चौक, चौराहा या मंदिर हो, इटियाथोक ब्लाक क्षेत्र में कई स्थानों पर लगे इंडिया मार्का हैण्ड पम्प काफी संख्या में खराब बताये जा रहे है। विभागीय आंकड़ो की माने तो ब्लाक क्षेत्र मे 3 हजार से भी अधिक हैंड पम्प लोगो की प्यास बुझाने को जगह जगह लगाए गए है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि इन्हें शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने हेतु लगवाया गया था जो अब देखरेख के अभाव में कई जगह निष्प्रयोज्य साबित हो रहे है।
जानकार कहते है कि ब्लाक से इन खराब हैण्ड पम्पो की संख्या जिले पर कम करके भेजी जाती है। इसलिए स्थित में सुधार नही हो पा रहा है। इटियाथोक ब्लाक के तहत 71 ग्राम पंचायतो सहित क्षेत्र के अनेक सरकारी विद्द्यालयो और सार्वजनिक स्थलों पर लगे यह खराब हैंडपम्प इन दिनों धूल चाट रहे है, और जिम्मेदार इनकी तरफ नही ध्यान दे रहे है। जिससे लोगो में काफी रोष व्याप्त है।
क्षेत्र के समाजसेवी शुक्ला प्रसाद शुक्ला ने कहा कि ब्लाक अंतर्गत जगह जगह अनेक इंडिया मार्का हैंडपंप खराब हैं, जिसकी वजह से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की काफी दिक्कत हो रही है। इन्होंने कहा कि अनेक हैंड पम्प दूषित जल दे रहे है जिन्हें पीने को ग्रामीण मजबूर है।
आपको बता दे कि मेहनौन, मध्यनगर, शिवपुरिया, विशुनपुर संगम, पूरेबसालत, हिंदूनगर खास, विजय गढ़वा, सरकांड, ज्ञानापुर, बेलभरिया, चुरीहारपुर, पूरेपंडित वृंदावन, श्रीनगर, अयाह, कर्मडीह कला, अहिरौलिया, गनवरिया, पारासराय, दिखलौल सहित अन्य कई ग्राम पंचायतों में ऐसे खराब हैंड पम्प मौजूद है। ब्लाक क्षेत्र के ग्रामो में अनेक हैण्ड पम्प ग्रामीणों द्वारा कई माह से खराब बताये जा रहे है, जिस तरफ कोई झाँकने वाला नही है।