दिखने लगा कंपनियों की मनमानी पढ़े लिखे युवाओं को ईमेल पर मिलने लगा कंपनी से निकालने की खबर

जैसे कि पूरे विश्व में कोविड-19 की वैश्विक जानलेवा महामारी पूर्णता फैल चुकी है भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार तथा जिला अधिकारी द्वारा आदेश अनुसार भारत की सभी संस्था बंद रहेंगी और संबंधित संस्थानों के कर्मचारी अपने निवास स्थान से कार्य करेंगे तथा लॉक डाउन के दौरान किसी प्रकार की वेतन कटौती एवं नौकरी

जैसे कि पूरे विश्व में कोविड-19 की वैश्विक जानलेवा महामारी पूर्णता फैल चुकी  है भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार तथा जिला अधिकारी द्वारा आदेश अनुसार भारत की सभी संस्था बंद रहेंगी और संबंधित संस्थानों के कर्मचारी अपने निवास स्थान से कार्य करेंगे तथा लॉक डाउन के दौरान किसी प्रकार की वेतन कटौती एवं नौकरी से निलंबित नहीं करने का आदेश जारी किया गया है ।

आदेश का उल्लंघन किए जाने पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम  2005 की धारा 51 के अंतर्गत दंण्डात्मक  कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। लेकिन साहब हर आदमी अपने हिसाब से कंपनियों को चलाने की कोशिश कर रहा है मनमाने ढंग से एम्पलाई को निकाला भी जा रहा है 


ताजा मामला इंफिनिट वेब मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड नोएडा से आ रही है परेशानियों से घिरा एक नौजवान से जब हमारे संवाददाता ने बात की तो पता चलाा कि एक निजी कंपनी Infinite web Marketing pvt Ltd. F-300,first floor, sector 63,noida,201301. कंपनी में 5 सितंबर सन 2019 से बिजनेस डेवलपमेंट एग्जीक्यूटिव के पद पर कार्य करता है ।

उस नौजवान ने बताया कि मैं अपने घर का एकलौता कमाने वाला हूं और मेरे पिताजी शारीरिक रूप से 5 वर्ष से कार्य करने में असमर्थ हैं तथा मेरी माता जी घर की ग्रहणी है वह कोई कार्य नहीं करती हैं ऐसी परिस्थिति में मेरा मानसिक तनाव बढ़ गया है कि मैं अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करूंगा।  आगे बताते हुए पीड़ित ने कहा कि हमारी कंपनी ने मार्च 2020 के वेतन में कटौती की और दिनांक 3 अप्रैल सन 2020 कंपनी के उच्च अधिकारी एवं कंपनी के प्रोपराइटर ने टेलिफोनिक वार्तालाप से कंपनी के कार्य से निलंबित का आदेश दिया था तथा 28 अप्रैल सन 2020 कंपनी के द्वारा नौकरी से निकाले जाने का निलंबन पत्र मेरी ईमेल आईडी में प्राप्त हुआ 


कंपनी मालिक ने लेबर मिनिस्ट्री का दिया धमकी


लॉक डाउन के दौरान कंपनी के दिए हुए निर्देशों के अनुसार  पीड़ित अपने घर से कार्य किया था और प्रतिदिन उच्च अधिकारी को कार्य के संबंध में रिपोर्टिंग करता था और अप्रैल सन 2020 का वेतन भी अभी बकाया है । जब पीड़ित कंपनी के प्रोपराइटर से इसके संबंध में बात की तो कहते हैं कि हमें कानून ना सिखाओ और सरकार ने हमें पूरा अधिकार दे रखा है तथा वह मेरी लेबर मिनिस्टर से कॉन्फ्रेंस कॉल कराएंगे। पीड़ित कर्मचारी  से पूछा गया तो उसने अपने प्रोपराइटर का नाम मधुर खेरा और उनका कांटेक्ट नंबर 9891550666 और ईमेल आईडी madhur.k@e-careers.com,madhurkhera@gmail.commadhurkhera03@gmail.com.


  बताया और कहा कि अगर मेरी सुध नहीं ली गई तो मैं आत्महत्या के लिए विवश हो जाऊंगा और इसकी जिम्मेदारी कंपनी ओनर की होगी पीड़ित बिलखते हुए  सहायता की मांग अपने सभी प्रशासनिक अधिकारियों से मीडिया के माध्यम से  सहायता की गुहार लगाई है जिससे कि  परिवार को आर्थिक सहायता मिले।

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