जयदीप शुक्ला के साथ यज्ञनारायण त्रिपाठी की रिपोर्ट
मोतीगंज,गोण्डा-
एक तरफ सरकार गरीबों के लिए तरह-तरह योजनाओं को लागू किया है। लेकिन गरीब लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। सरकार का दावा है कि 2022 तक देश के सभी गरीब परिवार को,सर छुपाने के लिए पक्का घर मुहैया करवा दिया जाएगा।
लेकिन यहां तो जमीनी हकीकत कुछ और बयाँ कर रही है। प्रधानमंत्री आवास के लिए दर-दर भटक रहें हैं लोग।वर्षों तक दर-दर भटकने के बाद आवास व पक्का घर नसीब नहीं हुआ। जिससे गरीब परिवार छप्पर व खपरैल के घर में रहने को मजबूर हैं।
मामला विकासखंड मनकापुर के ग्राम सभा हडा़हवा मजरा बनकटी का है। बनकटी गाँव निवासिनी गुल्ले ने रो- रो कर बताया की हमारे पास छोटे-छोटे बच्चे भी हैं, और हम पूरे परिवार के साथ इसी छप्पर व खपरैल के घर में रह रहे हैं। अगर बरसात होती है,तो गृहस्थी का सारा सामान भीग जाता है।
बरसात में हम लोगों को बैठे-बैठे रात गुजारना पड़ता है। किसी तरह से मेहनत मजदूरी करके पॉलिथीन ला कर छप्पर पर डाला था, वह भी तेज हवा के चलने से फट जाता है। ग्रामीण गुल्ले ने बताया कि आवास के लिए ग्राम प्रधान से कई बार कहा गया, प्रधान केवल आश्वासन ही देते हैं। कहतें हैं की तुमको आवास मिल जाएगा। लेकिन 8-9 वर्ष बीत गया हमको आवास नहीं मिला, और न ही गैस सिलेंडर मिला है। हम लोग गरीब हैं, हमारी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है।