सभासद ने सीएमओ को ज्ञापन देकर भ्रष्टाचार के जांच की उठाई मांग

जिला महिला अस्पताल के अंतर्गत पटेल नगर वार्ड में एक आशा की नियुक्ति व व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच के लिए सीएमओ से मिली सभासद जयदीप शुक्ला के साथ जय प्रकाश ओझा की रिपोर्ट गोण्डा – उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में शुमार जननी सुरक्षा योजना जिसमें जच्चा बच्चा के देखभाल के लिए सरकार पहला

जिला महिला अस्पताल के अंतर्गत पटेल नगर वार्ड में एक आशा की नियुक्ति व व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच के लिए सीएमओ से मिली सभासद

जयदीप शुक्ला के साथ जय प्रकाश ओझा की रिपोर्ट

गोण्डा –
उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में शुमार जननी सुरक्षा योजना जिसमें जच्चा बच्चा के देखभाल के लिए सरकार पहला बच्चा पैदा होने पर 6000 रुपये का लाभांश दे रहीं है।लेकिन यहां बिना रिश्वत के लाभार्थिनी तक पहुंच पाना बीरबल खिचड़ी जैसा है ।

पटेल नगर की सभासद वन्दना गुप्ता के पास एक महिला ने आकर जननी सुरक्षा का लाभांश दिलायें जाने की बात कहीं और यह भी बताया कि अस्पताल में आशाओं व दलालों के सेटिंग गेटिंग से रिश्वत खोरी बड़े पैमाने पर फलफूल रही है। जिस पर लाभर्थियों के द्वारा शिकायत करने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी ठोस कदम उठाने में असमर्थ हैं वहीं रिश्वत न मिलने पर जननी सुरक्षा का लाभ समय से नहीं दिया जा रहा हैं और लाभार्थिनी को बार बार आफिस का चक्कर लगाने पर मजबूर किया जा रहा है।

भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री व पटेलनगर वार्ड से सभासद वन्दना गुप्ता ने अपने ही वार्ड में एक आशा की नियुक्ति पर सवाल उठाया है जिसमें कहा गया है कि उक्त महिला दूसरे जगह की निवासिनी है और जिसको मेरे वार्ड में निवास दिखाकर फर्जीवाड़े कर नियुक्ति किया गया हैं।पूरे मामलें को लेकर एक लिखित शिकायती पत्र सीएमओ डॉ० मधु गैरोला को सौंपा है और जल्द जांच होनें की मांग की है। ज्ञापन देने में सरिता श्रीवास्तव नगर उपाध्यक्ष, मोनू नामदेव नगर उपाध्यक्ष, गीता तिवारी नगर मंत्री, नीतू पाण्डेय जिला उपाध्यक्ष मौजूद रहीं।

सीएमओ का बयान

सीएमओ डॉ० मधु गैरोला से दूरभाष पर वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि मुझे शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है जांच कराकर कार्यवाही करूँगी।

सीएमएस का बयान

दूर भाष पर बताया कि शिकायत मिली है मैंने जांच कमेटी गठित कर दी है। और अल्ट्रासाउंड की जांच केवल तीन दिन किया जाता है क्योंकि मेरे यहां जांच करता डॉक्टर एक है।

इस तरह यहां तो दलालों की बल्ले बल्ले गर्भवती महिलाओं को जांच बाहर कराने पर मजबूर होना पड़ता है और सम्बंधित डॉक्टर व ले जाने वाली दलाल को मोटी रकम गर्भवती महिलाओं को चुकाने पड़ते हैं।जी हाँ यह स्थिति कहीँ और कि नहीं जिला महिला अस्पताल की है।

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