नेशनल फेडरेशन ऑफ पोस्टल इम्प्लॉइज के आह्वान पर डाक कर्मियों ने की हड़ताल

उरई (जालौन) नेशनल फेडरेशन ऑफ पोस्टल इम्पलाइज के आवाहन पर डाककर्मी आज हड़ताल पर रहे। अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ के सहायक मंडली सचिव संजीव अग्निहोत्री ने कहा कि एनडीए सरकार ने हमारी पेंशन समाप्त कर दी थी और अब मोदी सरकार ने वेतन और भत्तों का कुठाराघात किया है। पिछले 14 वर्षों में भी

उरई (जालौन)

 नेशनल फेडरेशन ऑफ पोस्टल इम्पलाइज के आवाहन पर डाककर्मी आज हड़ताल पर रहे। अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ के सहायक मंडली सचिव संजीव अग्निहोत्री ने कहा कि एनडीए सरकार ने हमारी पेंशन समाप्त कर दी थी और अब मोदी सरकार ने वेतन और भत्तों का कुठाराघात किया है। पिछले 14 वर्षों में भी यह स्पष्ट नहीं की एनपीएस के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति पर कितनी पेंशन मिलेगी या वह भी नहीं मिलेगी और मिलेगी तो कब मिलेगी।

उन्होंने कहा कि सरकार को नई पेंशन योजना समाप्त करके पुरानी पेंशन शुरू करनी चाहिए। इसके बाद मधुर उपाध्याय ने कहा कि सरकार को सभी ग्रामीण डाक सेवकों को रेगुलर सिविल सर्वेंट का दर्जा देना चाहिए। समान कार्य के लिए समान वेतन देना चाहिए, आकस्मिक और प्रबंधन कर्मचारियों को नियमित किया जाना चाहिए अपने इन्हीं 24 सूत्री मांगों को लेकर समस्त डाक कर्मचारी एक दिवसीय राष्ट्र व्यापी हड़ताल पर है। इसी क्रम में कैलाश बाबू ने कहा कि सरकार को एक दिवसीय हड़ताल के द्वारा सचेत कर रहे हैं कि हमारी मांगों पर सरकार सकारात्मक सहयोग करें अन्यथा की स्थिति में सभी डाक कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं

तदोपरांत मुरारी मोहन द्विवेदी ने कहा कि सरकार को कमलेश चंद्र कमेटी की सभी शिवा से लागू करना चाहिए डाक सेवाओं का निजीकरण व निग्मीकरण इनके लिए आउटसोर्सिंग बंद करना चाहिए। कामरेड अशोक स्वर्णकार ने कहा कि सातवें वेतन आयोग के अवशेष वादों को पूरा करना चाहिए एवं सभी संवर्गों में रिक्त पद अविलंब भरना चाहिए। कामरेड पुष्पा सोनी ने कहा कि सरकार को डाक व रेल सेवाएं 5 दिवसीय सप्ताह लागू करना चाहिए तथा उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार प्रमोटेड जीडीएस को पेंशन देना चाहिए। इस दौरान कामरेड लक्ष्मी नारायण गुप्ता अशोक महान मनोज शर्मा आरके बाबू विनीत सतीश लाल जी देवेंद्र सोनी तेजप्रताप सुनीता अग्रवाल महेश हेमेंद्र सचान अजय शुक्ला बलखंडी लक्ष्मण मकबूल खान प्रियंका रोहित पटेल रोहित मिश्रा आदि से सैकड़ों की संख्या में डाक कर्मचारी उपस्थित रहे।


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