हरदोई,
पाली क्षेत्र में सुबह शुरू हुई बारिश ने किसानों की उम्मीद को धाराशायी कर दिया। खरीफ फसल से नुकसान के बाद रबी फसल से अपनी स्थिति को मजबूत करने की उम्मीद लगाए किसानों को बारिश ने वह जख्म दिया है जो आने वाले दो-तीन वर्षों में नहीं भरेगा। यानी यह कहना गलत नहीं होगा कि किसानों के लिए आफत बन कर बादल बरस गए। जिससे निपटना अब किसानों के वश की बात नहीं।
बारिश और कहीं कहीं ओले व पत्थर गिरने से गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है। खेतों में पानी भर गया। गेहूं की फसल गिर गई। रविवार सुबह हुई बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। बाजार से लेकर गांव की गलियों में पानी लग गया। कई जगहों की सड़कें कीचड़ में तब्दील हो गईं। बीते दिनों हुई बारिश का पानी अभी खेतों से सूख ही नहीं पाया था कि फिर से बारिश हो गई। कई जगहों पर पानी लगने से सब्जी की फसल खराब खराब हो गई, गेहूं की फसल तैयार हो गई है। तेज हवा से पौधे गिर गए हैं।
इसका सीधा असर पैदावार पर पड़ेगा। बारिश से गेहूं के दाना पर काला धब्बा पड़ जाता है। वजन भी कम हो जाता है। आलू, सरसों, मसूर, चना की फसल पर इसका असर पड़ा है।