तूफानी बरसात से मायूसी छाने लगी आम बागवानों में

वर्षों से आमों का स्वाद बिखेरने वाला मलिहाबाद तहसील क्षेत्र सहित जनपद में तूफानी हवाएं व ओलावृष्टि ने 2 दिनों से आम के बागवानों की नींद खराब कर रखी है। जहां एक ओर मौशमी बरसात किसानों को लाभ पहुंचाने का कार्य कर रही है वही तेज बरसात व ओलावृष्टि किसानों की चिंता का कारण बनी

वर्षों से आमों का स्वाद बिखेरने वाला मलिहाबाद तहसील क्षेत्र सहित जनपद में तूफानी हवाएं व ओलावृष्टि ने 2 दिनों से आम के बागवानों की नींद खराब कर रखी है। जहां एक ओर मौशमी बरसात किसानों को लाभ पहुंचाने का कार्य कर रही है वही तेज बरसात व ओलावृष्टि किसानों की चिंता का कारण बनी हुई है।  दो दिनों से तेजी से आये तूफान से आम की फसल को काफी नुकसान हुआ है। वैसे भी लॉकडाउन में आम लागत भी नही निकल पाने की उम्मीद की जा रही हैं

दूसरी ओर आंधी तूफान से बागवानों का काफी नुकसान हो गया।अचानक बदला मौसम का मिजाज क्षेत्रों में काफी तेज आंधी , तूफान के साथ गरज व चमक के साथ हो रही झमाझम बारिश हुई। जिससे किसानों बागवानों को भारी नुकसान हुआ है तो कहीं बरसात का फायदा भी मिला है।महमूद नगर के रहने वाले एक  बागवान हरिशंकर का कहना इस मुसीबत पर मुसीबत आन पड़ी है। इस बार तो आम के सही रेट मिलना मुश्किल है।

तो दूसरी ओर ये आंधी तूफान की मार आमों पर दिखाई पड़ रही है।लगभग 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल आज भी दशहरी, लंगड़ा, चौसा,  आम्रपाली, सफेदा, जौहरी जैसी प्रमुख किस्मों के लाखों टन आम सिर्फ दिल्ली, मुम्बई, बिहार ही नहीं बल्कि विदेश भी यहाँ से भेजा जाता है। लेकिन आये इस आंधी पानी से बागवानो के चहरे पर मायूसी आने लगी है। तूफानी बरसात में किसानों का नुकसान की ज्यादा होने की आशंका है।

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