नफरत और जातिवाद से देश मजबूत नहीं होगा, भारत में मुसलमानो को खतरा 

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मुस्लिम अल्पसंख्यकों के बीच जारी राजनीतिक खींचतान पर बोलकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। एनसी प्रमुख ने कहा कि नफरत से देश मजबूत नहीं होगा और भाजपा वास्तव में नफरत पैदा कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत में मुसलमान खतरे में हैं।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मंगलसूत्र' वाले तंज की निंदा की और कहा कि इस्लाम सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाता है और अन्य धर्मों को हेय दृष्टि से देखना बर्दाश्त नहीं करता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक सच्चा मुसलमान कभी भी किसी हिंदू महिला का मंगलसूत्र नहीं छीनेगा। 

पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने कहा कि तत्कालीन जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री से कहा था कि यह हमारी गलती थी कि 40 सीआरपीएफ जवान मारे गए, लेकिन मोदी ने उन्हें यह कहते हुए चुप रहने के लिए कहा कि 'हमें दूसरे देश को दोष देना होगा।

उन्होंने कहा कि यह स्थिति है और आप कह रहे हैं कि शांति है। अगर शांति होती, तो क्या मेरे साथ इतने सारे सुरक्षाकर्मी होते? शांति कहां है? भगवान का शुक्र है, हम यहां स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं। लेकिन जिस तरह से वे नफरत पैदा कर रहे हैं देश में मुसलमानों को निशाना बनाया जाता है, उनकी दाढ़ी काट दी जाती है और जय श्री राम बोलने को कहा जाता है। 

इससे पहले पीओके को लेकर रक्षा मंत्री के बयान पर जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार हैं जिनका इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया जा सकता है। वरिष्ठ एनसी नेता पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को भारत में विलय करने के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। अगर रक्षा मंत्री यह कह रहे हैं, तो आगे बढ़ें। हम रोकने वाले कौन होते हैं? लेकिन याद रखें, उन्होंने (पाकिस्तान) भी चूड़ियाँ नहीं पहनी हैं। उसके पास परमाणु बम हैं और दुर्भाग्य से वह परमाणु बम हम पर गिरेगा। 

 

 

 

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