ग्राहक ने लगाया हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी मैक्स नीवा बुपा पर धोखाधड़ी का आरोप 

मनीष ने मैक्स बुपा के कंपनी एजेंट से फोन करके कन्फर्म किया था की क्या उन्हे इसका ट्रीटमेंट का रिफंड मिल जाएगा

कंपनी ने एक पीडीएफ उन्हे दी जिसमे कुछ उन हॉस्पिटल के नाम थे जिनसे कंपनी संबद्ध नही थी उसमे वर्धमान का नाम नहीं था

स्वतंत्र प्रभात-

लखनऊ - आए दिन इंश्योरेंस कंपनियों की धांधलेबाजी देखने को मिलती रहती है उसी तरह आज भी एक केस हमारे संवादाता के संज्ञान में आया स्वतंत्र प्रभात के जानकारी में आने के बाद हमारे संवादाता ने जब पूरी जानकारी के लिए मैक्स बूपा के हेड विजय को फोन मिलाया तो मीडिया के कई बार कॉल करने के बाद भी कोई जवाब नही दिया जिससे कंपनी की कालाबाजारी का साफ पता चलता है ।

आपको बता दें मनीष राघव नामक ग्राहक पिछले दो साल से मैक्स निवा बुपा से अपना और अपने परिवार का हेल्थ इंश्योरेंस कराते आ रहे हैं । मार्च में मनीष के बेटे को निमोनिया की शिकायत हुई जिसमे बेटे की हालत नाजुक होने के चलते जल्दबाजी में फैजुल्लागंज के वर्धमान हॉस्पिटल में एडमिट कराया ।

मनीष का कहना है की एडमिट करवाने से पहले ही मनीष ने मैक्स बुपा के कंपनी एजेंट से फोन करके कन्फर्म किया था की क्या उन्हे इसका ट्रीटमेंट का रिफंड मिल जाएगा वर्धमान हॉस्पिटल का एजेंट ने पता करके बताने की बात कही जिसके बाद एजेंट का खुद कॉल आया की बेफिक्र होकर कराए सारा क्लेम आपको मिलेगा ।

ग्राहक के बेटे रुद्राक्ष का इलाज लगभग एक हफ्ता चला मनीष का कहना है की इलाज के बाद जब मनीष ने सारे बिल लगाए तो उन्हे एक हफ्ते के अंदर रियंबर्समेंट का पैसा देने की बात कही जो की लगभग तिरालिस हजार था लेकिन तकरीबन पंद्रह दिन बाद उनके पास एजेंट का कॉल आया की आपका क्लेम रिजेक्ट कर दिया गया है । मनीष का कहना है की क्लेम रिजेक्ट करने का न तो उनके पास कोई मेल आया ना ही मैसेज ।

आज तक भी कंपनी की तरफ से सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है । कंपनी की धोखाधड़ी से पस्त आकर मनीष ने मीडिया का सहारा लिया और इस केस को कंज्यूमर फोरम में ले जाने की भी बात कही । मनीष ने लोगो से गुजारिश भी की कभी भी मैक्स बुपा कंपनी के एजेंटों की बातो में न आए और किसी अच्छी कंपनी से ही देख समझ कर अपना इंश्योरेंस करवाए ।

मनीष ने कहा की क्लेम रिन्यूअल उन्होंने जनवरी में करवाया इस वक्त कंपनी ने एक पीडीएफ उन्हे दी जिसमे कुछ उन हॉस्पिटल के नाम थे जिनसे कंपनी संबद्ध नही थी उसमे वर्धमान का नाम नहीं था यही देखते हुए एजेंट ने भी कहा की आपका पैसा मिलेगा और अब कंपनी आनाकानी कर रही है ।

अब मनीष परेशान हो चुके हैं उन्होंने कहा की इतना पैसा मैंने कंपनी के प्रीमियम भर दिया उतने में मेरे बेटे का इलाज हो जाता । अब देखना ये है की मैक्स बुपा यूंही मीडिया से बचती रहेगी या अपने ग्राहक की समस्या का कोई समाधान भी करेगी । मनीष खुद भी एक मीडिया ग्रुप में ब्यूरो चीफ की पोस्ट पर कार्यरत है ।

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